
पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय (Pimpri-Chinchwad Police Commissionerate) की सीमा के भीतर हर दिन औसतन एक प्राणघातक सड़क दुर्घटना (फेटल एक्सीडेंट) हो रही है। सड़क हादसों (Road Accidents) में दुपहिया वाहनों (Two Wheelers) की संख्या अधिक होती है। ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं खराब सड़कों, चेतावनी संकेतों की कमी, अनियंत्रित स्पीड बम्प्स, ओवर स्पीडिंग, विपरीत दिशा में वाहन चलाने, शराब पीकर गाड़ी चलाने, ड्राइवर की घोर गलतियों आदि के कारण हो रही हैं। ट्रैफिक विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले सवा साल में जानलेवा हादसों की 432 प्राणघातक सड़क हादसे दर्ज हुए हैं।
सड़क हादसों में गंभीर रूप से घायल होने से जानमाल का नुकसान होता है। यदि परिवार में किसी व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाती है तो परिवार पर बड़ा संकट आ जाता है। जब परिवार का सहारा खत्म हो जाता है, तो परिवार सड़क पर आ जाता है। हादसों में मानवीय भूलों के साथ-साथ प्रशासनिक त्रुटियां भी होती हैं। अतः वाहन चालकों के लिए यातायात नियमों का पालन करना और वाहन चलाना आवश्यक है, साथ ही प्रशासन द्वारा सड़कों पर विभिन्न उपायों को लागू करना भी आवश्यक है। सड़क हादसों में बाइक सवारों की मौत ज्यादा हो रह हैं।
इन कारणों से हो रहे हैं सड़क हादसे
बाइक चलाते समय हेलमेट पहनना आपकी सुरक्षा के लिए जरूरी है। हेलमेट दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों और चोटों की संख्या को कम कर सकता है। दुर्घटना के कारण बल बाहरी आवरण द्वारा वितरित किया जाता है। सिर, जबड़ा और चेहरा सुरक्षित है। हेलमेट का भीतरी आवरण पॉलीयुरेथेन या पॉलीस्टाइनिन से बना होता है। इससे सिर की सुरक्षा होती है। सड़क हादसों के लिए खराब सड़क, अनियंत्रित ट्रैफिक जाम, ओवर स्पीडिंग, नोटिस बोर्ड की कमी, शराब पीकर गाड़ी चलाना, विपरीत दिशा में गाड़ी चलाना, सीट बेल्ट नहीं लगाना, हेलमेट नहीं पहनना, कई जगहों पर चल रहे सड़क कार्य, लेन अनुशासन का पालन नहीं करना, यातायात नियमों का उल्लंघन आदि जिम्मेदार माने जाते हैं।
सड़क दुर्घटनाओं में दोपहिया वाहनों की दुर्घटनाएं अधिक होती हैं और सिर में गंभीर चोट लगने से कई लोगों की जान चली जाती है। इसके लिए हेलमेट का इस्तेमाल जरूरी है। यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करने से सुरक्षित यात्रा होती है। सभी को गति, लेन की सीमा का पालन करने और अनुशासन में गाड़ी चलाने का ध्यान रखना चाहिएम ताकि हम सुरक्षित रहें और हम दूसरों के लिए खतरा पैदा न करें।
-दीपक सालुंखे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, नियोजन विभाग, यातायात शाखा
2022 में हुई दुर्घटनाएं
- जनवरी: 27
- फरवरी: 37
- मार्च: 16
- अप्रैल: 27
- मई: 25
- जून: 30
- जुलाई: 23
- अगस्त: 32
- सितंबर: 29
- अक्टूबर: 33
- नवंबर: 38
- दिसंबरः 29
2023 में हुई दुर्घटनाएं
- जनवरी: 26
- फरवरी: 26
- मार्च: 34