Irani Gang

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    पिंपरी: खुद को पुलिस (Police) बताकर आगे वारदात हुई है कहकर लोगों के सोने के जेवरात चुरानेवाली ईरानी गैंग (Irani Gang) पर शिकंजा कसने में पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) की वाकड पुलिस (Wakad Police) को सफलता मिली है। इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार (Arrested) कर उनसे सवा छह लाख रुपए जेवरात (Jewelery),  एक दोपहिया और मोबाइल फोन बरामद किया गया हैं। इस गैंग से अब तक सात वारदातें उजागर हुई हैं। 

    हैदर तहजिब सय्यद (55), युनुस साबुर सय्यद (46), गाझी रफीक जाफरी (35) ऐसे गिरफ्तार किए गए ईरानी गैंग के सदस्यों के नाम हैं। उनका हैदर ऊर्फ लंगडा पप्पू सय्यद ऊर्फ ईरानी (35) नामक चौथा साथी फरार हो गया है। पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी हुई है।

    वाकड पुलिस स्टेशन में दर्ज था शिकायत

    4 जनवरी की दोपहर रहाटनी के कोंकणे चौक में हुई एक वारदात के बारे में लक्ष्‍मण विठ्ठलराव देशमुख (64) ने वाकड पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। देशमुख मिठाई की दुकान से मिठाई खरीद कर घर जा रहे थे। उसी समय तीन अजनबी उनके पास आए। उनमें से दो ने खुद को पुलिसकर्मी का बताया और देशमुख को समझाने में कामयाबी हासिल की। सुरक्षित बैग में रखने के बहाने देशमुख के जेवर हाथ से निकाल दिए। उसके बाद एक तीसरे अजनबी ने देशमुख का ध्यान कहीं और खींचा और तीनों ने देशमुख से 55 ग्राम सोने के 2 लाख 20 हजार रुपए के जेवर छीन लिए।

    सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग

    वाकड पुलिस स्टेशन में ऐसे तीन और मामले दर्ज किए गए। वाकड पुलिस इन अपराधों की जांच कर रही थी। इसके लिए पुलिस ने तीन स्क्वॉड का गठन किया था। पुलिस ने सीसीटीवी और आपराधिक कार्रवाई से निष्कर्ष निकाला कि आरोपी ईरानी गैंग से जुड़े हैं। शुरुआत में वाकड पुलिस पुणे की पाटिल एस्टेट और लोनी कालभोर में ईरानी बस्तियों में गई और उनसे पूछताछ की। हालांकि, आरोपी वहां के नहीं बल्कि ठाणे के थे।  इस बीच, एक सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को मुंबई की ओर जाते हुए दिखाया गया है। इसके बाद वाकड पुलिस ठाणे रवाना हुई।

    सभी आरोपी ईरानी बस्ती अंबीवली के रहने वाले 

    इस वारदात में संभावित आरोपी हैदर सैयद शातिर अपराधी निकला। इसके साथ ही यह भी पता चला कि सभी आरोपी ईरानी बस्ती अंबीवली के रहने वाले हैं, जहां ईरानी बस्ती की महिलाएं आक्रामक हैं और पुलिस दस्ते का विरोध करती हैं, जबकि किसी भी पुरुष आरोपी को अंबीवली बस्ती से बाहर ले जाया जा रहा हो। कई बार ऐसी गिरफ्तारी के दौरान कानून व्यवस्था का सवाल खड़ा हो जाता है। इसलिए ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार करना वाकड पुलिस के लिए एक चुनौती थी। वाकड पुलिस के दो दस्ते ठाणे पहुंचे। उसके बाद स्थानीय पुलिस खड़कपाड़ा थाने से अंबीवली क्षेत्र में सूचना अधिकारियों को लेकर आरोपित की तलाश की, लेकिन शुरू में पुलिस नाकाम रही। 

    चौथा आरोपी है फरार

    पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण किया और आरोपी के ठिकाने का पता लगाया। पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी बनेली के एक होटल के पीछे बैठे है। पुलिस के दोनों दस्ते ने छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, जैसे ही पुलिस पहुंची, उनमें से एक भाग गया और एक दलदली इलाके में छिप गया। पुलिस ने उसे दलदली इलाके में पाया और गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस उनके चौथे साथी की तलाश कर रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से 6 लाख 22 हजार रुपए के 125 ग्राम सोने के जेवरात, एक दोपहिया और मोबाइल फोन बरामद किया है। 

    कुल सात वारदातें उजागर हुई

    उनसे वाकड थाने में दर्ज चार, निगडी, हिंजवडी और मानपाडा ठाणे शहर पुलिस थाने में दर्ज एक- एक कुल सात वारदातें उजागर हुई हैं। इस को पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश, अपर पुलिस आयुक्त संजय शिंदे, पुलिस उप आयुक्त आनंद भोईटे, सहायक आयुक्त श्रीकांत डिसले के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक डॉ.। विवेक मुगलीकर, पुलिस निरीक्षक (क्राइम) संतोष पाटील, सहायक निरीक्षक संतोष पाटील, अभिजीत जाधव, उपनिरीक्षक गणेश तोरगल, पुलिस अंमलदार बिभीषन कन्हेरकर, बाबाजान इनामदार, राजेंद्र काले, जावेद पठान, बापुसाहेब घुमाल, विजय गंभीरे, विक्रम कुदल, दिपक साबले, बंदु गिरे, प्रशांत गिलबीले, प्रमोद कदम, बाबा चव्हाण, अतिक शेख, अतिष जाधव, कल्पेश पाटील, कौतेय खराडे, अजय फल्ले और नुतन कोंडे की टीम ने अंजाम दिया।