PMC and Ganesh Immersion

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    पुणे: गणेश विसर्जन (Ganesh Immersion) को लेकर पुणे महानगरपालिका (PMC) ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। सार्वजनिक स्वच्छता (Cleanliness),  दवाओं की व्यवस्था, निर्माल्य कलश, विसर्जन टैंक, मोबाइल शौचालय आदि की तैयारी पूरी हो चुकी हैं। कोरोना के चलते पिछले दो सालों से विसर्जन जुलूस नहीं निकाला गया। इसलिए इस साल गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है।

    पीएमसी के घनकचरा विभाग ने विसर्जन के जुलूस समाप्त होते ही अगले तीन-चार घंटे में शहर की सफाई के लिए व्यवस्था की है। साथ ही विसर्जन के दौरान किसी प्रकार की दुर्घटना को रोकने के लिए नदी के किनारे फायर ब्रिगेड की टीमों को तैनात किया गया है। डेक्कन जिमखाना, नूतन मराठी विद्यालय, लक्ष्मी रास्ता के पास एक मेडिकल टीम को भी तैनात किया गया है।

    साफ़-सफाई पर विशेष ध्यान 

    विसर्जन जुलूस के दौरान शहर में भोजन, खिलौने और अन्य सामग्री बेचने वाले स्टॉल लगाए गए हैं। इसलिए पुणे मध्य इलाके की सभी सड़कें कचरे से पटी पड़ी हैं। इस इलाके के लिए पीएमसी के 1,300 कर्मचारी, सफाई कार्य में आधार पूनावाला फाउंडेशन, जनवाणी समेत अन्य संगठन शामिल होंगे। इस इलाके में 210 मोबाइल शौचालय होंगे। जहां गणेश विसर्जन जुलूस निकलेगा वहां 7,700 सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएंगे और तत्काल सफाई का काम शुरू कर दिया जाएगा।

    फायर ब्रिगेड के 200 जवान तैनात 

    विसर्जन के दौरान नदी के समीप घाटों पर हादसों को रोकने के लिए 15 घाटों पर 150 लाइफगार्ड, 15 अधिकारी, 20 जवानों सहित 200 कर्मियों की तैनाती की गई है। भारी बारिश के कारण नदी में बाढ़ आने और दुर्घटना होने पर तुरंत मदद के लिए गणेशोत्सव के दौरान सुरक्षा के लिए प्रत्येक घाट पर रस्सियों को बांध दिया जाता है। नदी में बाढ़ के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए नाव, ट्यूब और जैकेट्स के इण्टम भी किये गए हैं।

    जुलूस की शुरुआत के लिए कई नेताओं के नाम का सुझाव

    गणेश विसर्जन का जुलूस के हर वर्ष महापौर द्वारा कस्बा गणपति के भगवान गणेश की आरती के साथ जुलूस शुरू होता है, लेकिन इस वर्ष पीएमसी का प्रशासक होने के नाते आरती प्रशासक और कमिश्नर विक्रम कुमार करेंगे, लेकिन पूर्व मेयर अंकुश काकड़े ने दूसरा विकल्प सुझाया है। महापौर न होने के कारण उन्होंने उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, विपक्ष के नेता अजीत पवार, विधान परिषद की उपाध्यक्ष डॉ. नीलम गोर्हे और सांसद गिरीश बापट के हाथों भगवान गणेश को माला चढ़ाकर जुलूस की शुरुआत की जानी चाहिए।