पुणे: पुणे (Pune) में अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करी के मामले का पर्दाफाश होने के बाद से जैसे जैसे जांच का दायरा आगे बढ़ रहा है, नए नए और चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ड्रग्स मामले में नवीनतम खुलासा हुआ है कि इस ड्रग तस्करी में महिलाएं (Women) भी शामिल हैं। पुणे सिटी पुलिस की अपराध शाखा द्वारा तैयार की जा रही ‘ड्रग पेडलर्स’ (Drug Peddlers) की सूची में 50 महिला ड्रग पेडलर्स शामिल होने की जानकारी सामने आ रही है। महिला ड्रग पेडलर्स अब पुणे शहर पुलिस की अपराध शाखा के रडार पर हैं।
पुणे से अलग शहरों में होती थी ड्रग्स
शहर में नशे के जाल पर पुलिस शिकंजा कसती जा रही है। हाल ही में पुणे से लेकर दिल्ली तक क्राइम ब्रांच की विभिन्न टीमों द्वारा की गई छापेमारी में साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये कीमत का मेफेड्रोन (एमडी) जब्त किया गया था। यह एमडी पुणे जिले के ‘कुरकुंभ एमआईडीसी’ में तैयार किया जा रहा था। इसे पुणे के रास्ते दिल्ली समेत अन्य शहरों में भेजा जाता था। इस घटना के सामने आने के बाद शहर भर में नशे पर नकेल कसते हुए देखा जा रहा है।
वर्ष दर वर्ष बढ़ते जा रहे हैं मामले
मादक पदार्थ निरोधक दस्तों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। दर्ज किए गए मामलों और जब्त की गई वस्तुओं की संख्या पिछले दशक में सबसे अधिक है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2021, 2022 और 2023 में क्रमशः 107, 150 और 160 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 154, 200 और 223 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए ये आरोपी मुख्य रूप से मादक पदार्थों की तस्करी श्रृंखला के सबसे निचले पायदान यानी ‘ड्रग तस्कर’ थे। इनमे महिलाओं की संख्या भी उल्लेखनीय है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इनमें मुख्य रूप से शिवाजी नगर इलाके की पाटिल एस्टेट बस्ती, शिवाजी नगर रेलवे स्टेशन के पास की झुग्गियों की महिलाएं शामिल हैं।
पुणे में ड्रग पेडलिंग में महिलाओं की संलिप्तता एक नया ट्रेंड
पुणे शहर पुलिस की अपराध शाखा से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि नशीली दवाओं के तस्करों में, मुख्य रूप से महिलाएं मारिजुआना (गांजा) की तस्करी करती रही हैं, लेकिन अब तक महिलाओं को एमडी तस्करी में शामिल होते नहीं देखा गया है। फ़िलहाल चरस और कोकीन के मामले में एक से दो विदेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था। ग्रामीण पुलिस ने गांजा तस्करी मामले में शहर सहित ग्रामीण भागों की कुछ महिलाओं पर केस दर्ज किया है। एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक का ट्रेंड रहा है कि ड्रग तस्करी और पेडलिंग मामले में महिलाओं की संलिप्तता सर्वाधिक रही है, लेकिन अब पुणे में ड्रग्स केस में महिलाओं की सहभागिता देखी जा रही है।
मकोका के तहत हो चुकी है कार्रवाई
एक अधिकारी ने बताया कि काफी पहले यह बात सामने आई थी कि मादक पदार्थों की तस्करी में महिला गिरोह सक्रिय हैं। कुछ महिलाओं को खड़क पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर गांजा सहित नशीले पदार्थों की तस्करी करते हुए पाया गया। खड़क पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई भी की। बावजूद इसके वे विविध अपराधों में शामिल रहीं, इसलिए, तत्कालीन पुलिस आयुक्त रश्मी शुक्ला के कार्यकाल के दौरान, संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत महिलाओं के इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
नशेड़ियों की पसंद गांजा और एमडी
शहर में एमडी, चरस, कोकीन, ब्राउन शुगर, एलएसडी और गांजा जैसे नशीले पदार्थों की तस्करी होती देखी गई है। हालांकि, इसमें गांजा और ‘एमडी’ की मात्रा सबसे अधिक रही है। मादक पदार्थ निरोधक दस्ते ने पिछले वर्ष (2023) में 64 घटनाओं में लगभग 1,200 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया। उसके बाद लगातार ‘एमडी’ की कार्रवाई की जा रही है। एक सूत्र ने बताया कि शहर में नशे के आदी लोग गांजा और एमडी पसंद करते हैं।