Pune Municipal Corporation

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    पुणे : कोरोना काल में पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) कर्मचारियों (Employees) की बायोमेट्रिक हाजिरी (Biometric Attendance) रोकी गई थी। अब इसे फिर से शुरु कर दिया गया है। लेकिन, अधिकांश कर्मचारी बायोमेट्रिक्स के बजाय ऑफिस नोटबुक में साइन इन कर रहे हैं। इसे देखते हुए अब बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगाओ, अन्यथा वेतन नहीं दिया जाएगा, ऐसा आदेश अतिरिक्त आयुक्त रविंद्र बिनवडे (Additional Commissioner Ravindra Binwade) ने दिया है। इससे अब कर्मचारियों के लापरवाही को लगाम लगेगा। 

    पुणे महानगरपालिका के कर्मचारियों के लिए प्रशासन ने बायोमेट्रिक अटेंडेंस को आधार से जोड़ा है। इससे कर्मचारी कब काम पर आया और कब चला गया, इसकी सटीक जानकारी मिलती है। इस वजह से काम पर दिरंगाई करनेवाले कर्मचारियों को अनुशासित किया गया था। लेकिन, कोरोना काल में संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने बायोमेट्रिक हाजिरी पर रोक लगा दी थी। बायोमेट्रिक के बजाए पारंपरिक तरीके से संबंधित विभाग की नोटबुक में हस्ताक्षर करके उपस्थिति दर्ज कराई जा रही थी। 

    हलाकीं, कोरोना काल के समाप्ती के बाद अतिरिक्त आयुक्त एक बार फिर बायोमीट्रिक उपस्थिति के आदेश जारी किए थे। लेकिन, अधिकांश कर्मचारी बायोमेट्रिक्स के बजाय हस्ताक्षर करना ही पसंद करते हैं, ऐसा देखा गया। इसलिए बायोमेट्रिक्स हाजिरी लगाओ, अन्यथा 15 नवंबर से वेतन को रोक दिया जाएगा, ऐसे आदेश अतिरिक्त आयुक्त बिनवडे ने दिया है। खाते के संबंधित प्रमुख ने उनके विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी बायोमेट्रिक उपस्थिती प्रणाली में पंजीकृत है या नहीं, यह जांचना चाहिए। खाते प्रमुखों ने इसजी सूचना सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त आयुक्त को प्रस्तुत करें, ऐसा आदेश में स्पष्ट किया है। 

    कुछ विभाग की मशीने बंद

     महानगरपालिका भवन में बिजली विभाग ने कुल 13 मशीने और अन्य कार्यालयों और क्षेत्रीय कार्यालयों में एक-एक मशीन लगाई है। हलाकीं, नगर सचिव कार्यालय समेत कुछ अन्य जगहों की मशीनें बंद हैं। इसलिए वहां के कर्मचारी हस्ताक्षर कर रहे हैं। इसी बीच कई कर्मचारियों के उंगलियों के निशान उपलब्ध नहीं हैं, उनके आंखों का स्कैन सोमवार को किया जाएगा, ऐसा बिजली विभागा द्वारा कहा गया है।