पुणे में महाविकास अघाडी को झटका, कई नेता हुए शिंदे गुट में शामिल

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    पुणे: एक ओर जहां एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) को बारामती में घेरने के लिए ‘मिशन बारामती’ (Mission Baramati) चला रही है। इस मिशन को सफल बनाने के लिए कई केंद्रीय मंत्री इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ पुणे और आसपास के क्षेत्रों में अपनी पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए सीएम एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) भी कमर कस ली है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और अन्य दलों के लोगों को अपनी पार्टी में शामिल कर रहे हैं। शिंदे गुट के नेता विजय शिवतारे के नेतृत्व में महाविकास अघाडी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शिंदे गुट में शामिल हुए। मंत्रालय में स्थित बालासाहेब भवन में कई नेता शिंदे गुट में शामिल हुए। इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी वहां मौजूद थे।

    आगामी महानगरपालिका चुनाव और चिंचवड और कसबा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एनसीपी निशाने पर है। इससे बीजेपी के साथ शिंदे गुट ने भी अपनी तैयारी कर ली है। पिछले चुनाव में अजीत पवार ने विजय शिवतारे को हराया था, ऐसा दावा शिवतारे ने किया था। विजय शिवतारे ने इस बात का बदला लेने के लिए बारामती में ही एनसीपी के नेताओं को शिंदे गुट में शामिल किया है। तदनुसार, पुणे में सोलापुर जिले के बारामती, दौंड, इंदापुर, करमाला तालुका के कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के कार्यकर्ताओं को बालासाहेब की शिवसेना पार्टी में शामिल हो गए हैं। 

    ये नेता हुए बालासाहेब की शिवसेना में शामिल

    पूर्व विधायक नारायण अबा पाटिल, इंदापुर तालुका एनसीपी के उपाध्यक्ष महारुद्र पाटिल, इंदापुर पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष सुभाष जगताप, पुणे जिला एनसीपी कांग्रेस के महासचिव वसंतराव अर्डे, वरवंते बुद्रुक के पूर्व सरपंच नामदेव बांकर, देवीदास भोंग, वैभव जामदार, के नेता दौंड में धनगर समाज के राज्य सचिव पांडुरंग मेरगल, विजय मदान और अन्य नेता और कार्यकर्ता शिंदे गुट में शामिल हो गए।