within-two-days-after-girish bapat-death-the-future-mps-banner-in-pune-bjp-leader-troll

Loading

पुणे: पुणे (Pune) के बीजेपी सांसद गिरीश बापट (Girish Bapat Death) का 29 मार्च 2023 को निधन हुआ। बीजेपी के कद्दावर नेता गिरीश बापट पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके जाने से महाराष्ट्र को बड़ा झटका लगा है। उनके निधन से राज्य में हर कोई दुखी है। हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। इस बीच पुणे से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है।

गिरीश बापट (Girish Bapat) के निधन के तीन दिन बाद ही पुणे में भविष्य के सांसद के तौर पर एक नेता के बैनर लगाए गए हैं। गिरीश बापट के निधन के बाद पुणे लोकसभा की खाली हुई सीट पर भाजपा किसे मौका देगी। इस पर बहस चल ही रही थी। तभी पुणे में लगे इस बैनर की वजह से अब राज्य की राजनीति गरमा गई है। 

बीजेपी नेता ने लगाए बैनर

गिरीश बापट के निधन से पुणे लोकसभा सीट खाली हो गई है। इसलिए इस खाली सीट पर अगले छह माह में उपचुनाव कराया जाएगा। हालांकि, बापट को गए हुए अभी तीन दिन भी नहीं हुए हैं, इस जगह पर दावेदारों ने दावा करना शुरू कर दिया है। बीजेपी के एक नेता ने पुणे में बैनर कैंपेन शुरू किया है। इस नेता को भावी सांसद बताया गया है।

पुणे में बीजेपी अध्यक्ष जगदीश मुलिक के जन्मदिन के मौके पर भावी सांसद के तौर पर बैनर लगाए गए हैं। इन बैनरों पर लिखा भावी सांसद जगदीश मुलिक को जन्मदिन की बधाई। आज 1 अप्रैल को मुलिक का जन्मदिन है, इसलिए उनके कार्यकर्ताओं ने ये बैनर पुणे शहर में लगाए हैं। इस घटना के सामने आने के बाद इस बैनर से लोगों में काफी गुस्सा नज़र आ रहा है। कई लोगों ने इस बैनर पर सवाल उठाएं। इस बैनर को लेकर विवाद शुरू होने के बाद इन बैनरों को तुरंत हटा दिया गया।

एनसीपी ने की बीजेपी की आलोचना 

इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) यूथ कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने ट्वीट करते हुए इस बैनर को लेकर बीजेपी की तीखी आलोचना की है। “क्या बीजेपी के पुणे शहर के अध्यक्ष जगदीश मुलिक,  बापट साहब की मौत का इंतज़ार कर रहे थे? बापट साहब की आत्मा को शांति देनी चाहिए थी। उन्हें जाकर केवल तीन दिन हुए हैं और उन्होंने भावी सांसद का बैनर लगाया। थोड़ी तो शर्म करों। 

वहीं, जितेंद्र आव्हाड ने भी अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है, ’10 दिन का सूतक तो खत्म होने देते। फिर बैनर लगाओ, क्यों इंतजार करते रहते हो… और कहते हो हम दूसरी पार्टियों से अलग हैं… यही है क्या आपका अलग होना।’