Rohit Pawar
रोहित पवार (फाइल फोटो)

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मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) के विधायक एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता रोहित पवार (Rohit Pawar) ने शनिवार को कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनकी कंपनी बारामती एग्रो लिमिटेड के स्वामित्व वाली चीनी मिल की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है तथा यह पूरी तरह ‘गलत’ और ‘अवैध’ है।

ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि औरंगाबाद के कन्नड़ गांव में स्थित कन्नड़ सहकारी साखर कारखाना लिमिटेड (कन्नड़ एसएसके) की 161.30 एकड़ जमीन, संयंत्र, मशीनरी एवं भवन को धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत अंतरिम रूप से कुर्क किया गया है। जनवरी में बारामती एग्रो, कन्नड़ एसएसके और कुछ अन्य के परिसर की तलाशी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रोहित पवार से पहले भी दो बार पूछताछ की है।

बारामती एग्रो द्वारा जारी एक बयान में महाराष्ट्र की कर्जत-जामखेड विधानसभा सीट से विधायक और शरद पवार के पोते रोहित ने कहा कि ईडी का मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी पर आधारित है। ईओडब्ल्यू ने आरोप लगाया था कि कन्नड़ एसएसके को महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) के तत्कालीन अधिकारियों और निदेशकों ने उचित प्रक्रिया की अनदेखी करते हुए अपने रिश्तेदारों और निजी व्यक्तियों को धोखाधड़ी से बेच दिया था।

ईडी के अनुसार एमएससीबी ने लगभग 80 करोड़ रुपये के बकाया ऋण की वसूली के लिए 2009 में चीनी मिल की संपत्ति का अधिग्रहण किया था। रोहित पवार ने कहा कि ईओडब्ल्यू ने अपनी प्राथमिकी में बारामती एग्रो को आरोपी के रूप में नामित किया है, साथ ही एक व्यापक ‘सी सारांश’ (क्लोजर) रिपोर्ट भी दायर की है।

‘सी सारांश’ रिपोर्ट बताती है कि मामले की जांच पूरी हो गई है और आरोपी के खिलाफ कोई अपराध नहीं बनता है। राकांपा (सपा) नेता सुप्रिया सुले ने शुक्रवार को ईडी की कार्रवाई को सत्ता का दुरुपयोग करार दिया था। (एजेंसी)