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नईदिल्ली/मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) से मिली एक सनसनीखेज खबर के अनुसार, यहां राजधानी मुंबई के दहिसर इलाके में उद्धव गुट के शिवसेना नेता और पूर्व पार्षद अभिषेक घोसालकर (Abhishek Ghosalkar) की बीते गुरुवार 8 फरवरी की रात में गोली मार कर हत्या कर दी गई। पूर्व पार्षद अभिषेक को फेसबुक लाइव पर चर्चा के दौरान गोली मारी गई। अभिषेक पर हमले के बाद आरोपी मॉरिस (Maurice) ने खुद को भी 4 गोलियां मारीं थीं। इससे उसकी भी मौत हो गई।

संजय राउत का बड़ा दावा

इस घटना पर शिवसेना (उद्धव गुट) ने महाराष्ट्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। दरअसल, उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि, CM शिंदे बीते 4 दिन पहले अपने आवास ‘वर्षा’ पर हमलावर मॉरिस से मिले थे। इतना ही नहीं मॉरिस को शिंदे गुट जॉइन करने का ऑफर मिला था। ​​​​​​

इस बाबत राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कहा- महाराष्ट्र में गुंडा राज है। महाराष्ट्र के डिप्टी CM और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ​​​​​​पूरी तरह विफल हैं। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। वहीं, उद्धव गुट के नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि, उन्होंने शाम में अभिषेक से मुलाकात की थी। महाराष्ट्र में अब कानून का कोई डर नहीं है। कोई सुरक्षित नहीं है।

हत्या की वजह साफ़ नहीं

इदह्र शिवसेना नेता की हत्या और हमलवार की खुदकुशी को लेकर दो अलग-अलग FIR दर्ज हुई है। मुंबई पुलिस ने घटना की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी है। लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो इस हत्या की वजह अब तक पता नहीं चल सकी है।

क्या है मामला 

जानकारी दें कि, अभिषेक घोसालकर ​​​​​​शिवसेना (उद्धव गुट) के पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे थे। मॉरिस ने फेसबुक लाइव के बहाने अभिषेक को अपने ऑफिस बुलाया था। इधर घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें देखा गया कि अभिषेक फेसबुक लाइव के बाद उठकर जा रहे थे। इसी दौरान मॉरिस ने उन पर 4-5 राउंड फायरिंग की। इसके बाद उसने सुसाइड कर लिया। अभिषेक को हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

जब  BJP ​​​​​​विधायक ने शिंदे गुट के नेता पर थाने में की थी फायरिंग 

गौरतलब है कि उद्धव गुट के नेता अभिषेक घोसालकर ​​​​​​की हत्या से एक हफ्ते पहले यानि बीते 2 फरवरी को शिंदे गुट के शिवसेना नेता पर फायरिंग हुई थी। दरअसल तब मुंबई के पास उल्हासनगर में BJP विधायक गणपत गायकवाड़ और उनके एक साथी ने जमीन विवाद के चलते शिंदे गुट के नेता महेश गायकवाड़ को पुलिस स्टेशन के अंदर गोली मारी थी। महेश गायकवाड़ को तब 6 गोलियां लगी थीं। अभी उनकी हालत स्थिर है। वहीँ अदालत ने विधायक गणपत गायकवाड को बीते 14 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।