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    बदलापूर : मुरबाड (Murbad) और अंबरनाथ तहसील (Ambernath Tehsil) की सीमा पर स्थित एमआईडीसी (MIDC) के बारवीं बांध (Barwin Dam) की ऊंचाई बढ़ाने में जो ग्रामवासी (Villagers) और किसान (Farmers) प्रभावित हुए है उनको मुआवजे के रूप में जिले की विविध नगरपालिका और महानगरपालिका में नौकरी देने का निर्णय राज्य सरकार ले चुकी है। लाभार्थियों को किस निकाय में नियुक्त करना है। इसके लिए 22 तारीख को लॉटरी निकाली जाएगी और 1 अगस्त को उनकी नोकरी का पहला दिन होगा। कल्याण स्थित उपविभागीय अधिकारी कार्यालय में लॉटरी की प्रक्रिया की जाएगी। 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्रीय राज्यमंत्री कपिल पाटिल की उपस्थिति में मंगलवार को जिला अधिकारी कार्यालय में एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया था, इस अवसर पर यह निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि पिछले 7 वर्षों से यह मामला सरकारी महकमे में चल रहा था। दो साल पहले एमआईडीसी प्रशासन ने महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल के विभिन्न कार्यालयों में 209 लाभार्थियों को समायोजित किया है। हालांकि 418 ग्रामीणों का पुनर्वसन का विषय विचाराधीन है। मुरबाड के बीजेपी विधायक किसन कथोरे किसानों की मांग को लेकर शुरुआती समय से सक्रिय और प्रयासरत है। 

    महिलाओं और दिव्यांगों को उनके नजदीकी निकायों में नौकरी दी जाएगी

    एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. पी अनबलगन ने जिले की सभी स्थानीय निकायों को पत्र भेजकर बांध प्रभावितों को नोकरी देने के आदेश जारी किए थे। इसमें एक शर्त ऐसी है की जिले कि जो नगरपालिका एमआईडीसी का पानी इस्तेमाल करती है। उसके अनुसार नोकरी निर्धारित की गई है। ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित विशेष बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय पंचायतराज राज्यमंत्री कपिल पाटिल ने की थी। बैठक में जिला अधिकारी राजेश नार्वेकर, विधायक किसन कथोरे, विविध नगरपालिका और महानगरपालिका के कमिश्नर, मुख्याधिकारी, पुनर्वसन विभाग और एमईडीसी के अधिकारी उपस्थित थे। एमआईडीसी के विभागीय अभियंता सुधीर नागे ने स्थानीय पत्रकारों को यह जानकारी दी। महिला और दिव्यांगों को उनके नजदीक के निकाय में नौकरी दी जाएगी। बारवीं के लाभार्थियों में 40 महिला और 5 दिव्यांग है। इन सभी को अंबरनाथ और कुलगांव – बदलापूर नगरपालिका में ही तैनात किया जाएगा। 

    बारवीं बांध की ऊंचाई बढ़ाने के तीसरे चरण में बांध की ऊंचाई 6. 55 बढ़ी है। ऊंचाई बढ़ने से बांध में पानी की क्षमता 350.48 एमसीएम है। मुरबाड तहसील के अंतर्गत आने वाले काचकोली, मोहघर, कोले वडखल, सुकालवाडी, मानिवली गांव के 1 हजार 204 घर प्रभावित हुए है।