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नवी मुंबई: पनवेल महानगरपालिका (Panvel Municipal Corporation) द्वारा संपत्ति कर (Property Tax) की वसूली के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। पनवेल महानगरपालिका कमिश्नर गणेश देशमुख (Commissioner Ganesh Deshmukh) के निर्देशानुसार व्यावसायिक संपत्ति (Commercial Property) करदाताओं से सीधी वसूली की कार्रवाई शुरू की गई है। इससे नागरिकों में संपत्ति कर चुकाने की प्रवृत्ति बढ़ी है। संपत्ति कर की वसूली के लिए महानगरपालिका द्वारा 9 मार्च 2023 से संपत्ति की जब्ती की कार्रवाई शुरू की गई है, जिसके चलते विगत 7 दिन के दौरान लोगों ने महानगरपालिका की तिजोरी में 8 करोड़ 23 लाख 4 हजार रुपए जमा करा दिए हैं।

जिसे मिलाकर पनवेल महानगरपालिका ने अब तक नागरिकों से कुल 216 करोड़ रुपए बतौर संपत्ति कर वसूल किया है। जिन संपत्ति धारकों द्वारा संपत्ति कर भरने में विलंब किया गया है या किया जा रहा है, उनसे बकाया राशि पर 2 प्रतिशत की दर से जुर्माना वसूला जा रहा है।

1,398 संपत्ति मालिकों को महानगरपालिका ने दी नोटिस 

गौरतलब है कि पनवेल महानगरपालिका की स्थापना के बाद से पनवेल के सभी क्षेत्रों में संपत्तियों पर कराधान प्रणाली लागू की गई है। संपत्ति कर का भुगतान कानून द्वारा अनिवार्य है। हर साल महानगरपालिका के खजाने में 150 करोड़ रुपए जमा होंगे और इस लाभ का उपयोग महानगरपालिका क्षेत्र में नागरिकों के लिए सुविधाओं के निर्माण में करने के लिए महानगरपालिका द्वारा किया जाएगा। संपत्ति कर की अतिदेय वसूली के कारण सिडको क्षेत्र में संपत्ति कर बकाया रखने वाले 1,398 संपत्ति मालिकों को मनपा द्वारा नोटिस दी गई हैं।

अब कमर्शियल प्रॉपर्टी टैक्स भर रहे 

पनवेल महानगरपालिका को वित्तीय हानि से बचने के लिए व्यावसायिक संपत्ति करदाताओं से वसूली की सीधी कार्रवाई की गई है। इस वसूली के लिए संपत्ति कर विभाग के उपायुक्त गणेश शेटे व्यक्तिगत रूप से वसूली के लिए विभिन्न डिफॉल्टरों के पास जा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले कुछ दिनों से जिन लोगों के पास लगभग एक लाख रुपए बतौर प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है, वे अब कमर्शियल प्रॉपर्टी टैक्स भर रहे हैं।

जल्द से जल्द प्रॉपर्टी टैक्स भरने की अपील

पनवेल महानगरपालिका कमिश्नर गणेश देशमुख के मार्गदर्शन में महानगरपालिका की ओर से संपत्ति मालिकों को जल्द से जल्द संपत्ति कर जमा करने की सूचने दी जा रही है। इस काम में संपत्ति मालिकों से सहयोग की अपील भी महानगरपालिका द्वारा की जा रही है। इस संबंध में सिडको के हर नोड में अनाउंसमेंट करने का सिलसिला महानगरपालिका ने शुरू किया है, जिसके लिए रिक्शा का इस्तेमाल किया जा रहा है। संपत्ति कर नहीं चुकाने पर कार्रवाई की जा सकती है, इस तरह का अनाउंसमेंट करने से नागरिकों में अब दिन-ब-दिन संपत्ति कर का भुगतान ऑनलाइन और भौतिक रूप से करने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। महानगरपालिका क्षेत्र के तहत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति कर में 30 से 40 प्रतिशत तक संशोधन किया है। मनपा आयुक्त गणेश देशमुख ने संबंधित संपत्ति कर धारकों से अपील की है कि वे इसका लाभ उठाएं और अपना संपत्ति कर अदा करें।

वसूली के लिए आठ टीमों का किया गया है गठन

जैसे-जैसे संपत्ति कर का भुगतान न करने पर जुर्माना दो प्रतिशत प्रति माह बढ़ जाता है, नागरिकों में संपत्ति कर का भुगतान करने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। अब तक कुल 1,398 सम्पत्ति स्वामियों में से जिन्हें वसूली नोटिस दी गई हैं, उनमें से 155 सम्पत्ति मालिकों ने सम्पत्ति कर का भुगतान कर दिया है। महानगरपालिका कमिश्नर ने संपत्ति कर की वसूली के लिए आठ टीमों का गठन किया है। एक टीम में अधिकारी, कर्मचारी, सुरक्षा गार्ड समेत सात से आठ सदस्य हैं। इस टीम के माध्यम से महानगरपालिका के चारों वार्डों में सिडको के नोडलों में वसूली की जा रही हैं। इसके साथ ही महानगरपालिका ने संपत्ति कर का ऑनलाइन भुगतान करने के लिए PMC TAX APP नाम से एक मोबाइल एप विकसित किया है। साथ ही www.panve.mc.org वेबसाइट पर जाकर नागरिक टैक्स भर सकते हैं।