Thane crime branch brought out the truth of the railway personnel who gave false news of the death

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    ठाणे. ठाणे क्राइम ब्रांच (Thane Crime Branch) की यूनिट एक की टीम ने कर्ज (Loan) के बोझ के चलते खुद के गंगा नदी में डूब मरने की झूठी खबर देने वाले लापता रेलवेकर्मी को खोज निकाला है। भिवंडी (Bhiwandi) में अपनी पहचान छिपा कर रहने वाले 46 वर्षीय जगदीश मिश्रा (Jagdish Mishra) को ठाणे पुलिस ने उसके घरवालों के हवाले किया है।

    यूपी (UP) के गोरखपुर (Gorakhpur) स्थित रेलवे कालोनी (Railway Colony) में रहने वाला जगदीश मिश्रा रेलवे में बतौर सीनियर ऑपरेटर काम करता है। 9 मार्च को किसी धार्मिक काम से वह हरिद्वार गया था। दो दिन बाद उसके फोन से किसी अज्ञात युवक ने उसके घर फोन कर जगदीश के गंगा में डूबकर मरने की खबर दी थी। इस सूचना के बाद घर वाले परेशान हो गए थे और गोरखपुर के शाहपुर पुलिस स्टेशन में मिश्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गयी थी।

    यूपी के CM और MP  के पास लगाई थी गुहार 

    मिश्रा के घर वालों ने मामले को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी और सांसद रविकिशन शुक्ला के पास गुहार लगाई थी। घर वाले उसे खोज रहे थे और उसकी सूचना हरिद्वार पुलिस को भी दी गयी थी। हरिद्वार पुलिस की जांच में पता चला कि मिश्रा 20 साल पहले भिवंडी के कामतघर में रहता था। हरिद्वार के प्रभारी पीआई अमरजीत सिंह को मिश्रा के भिवंडी के कामतघर में होने का संदेह हुआ। इसके बाद उन्होंने ठाणे पुलिस से संपर्क किया था और मिश्रा की फोटो और उसका बंद मोबाइल नंबर मुहैया कराया था। ठाणे पुलिस कमिश्नर विवेक फणसलकर के निर्देश पर व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर क्राइम ब्रांच की यूनिट एक की टीम ने मिश्रा की खोज में लगाया गया था। सीनियर पीआई नितिन ठाकरे घटना के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने मिश्रा को नारपोली स्थित न्यू ताडाली गांव में राजू चौधरी चाल के एक घर से खोज निकाला। कांस्टेबल विक्रांत कांबले ने अहम भूमिका निभाई। मिश्रा के मिलने की खबर गोरखपुर पुलिस को दी गई जिसके बाद उसके घर वाले ठाणे आए और उसे अपने साथ ले गए।