ठाणे : ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) में कार्यरत तक़रीबन 7,500 कर्मचारियों (Employees) का वेतन अब तक नहीं मिल पाया है। जबकि इन कर्मचारियों का महीन की पहली तारीख को वेतन खाते (Accounts) में आ जाता था। लेकिन तीन तारीख होने के बावजूद वेतन (Salary) न मिलने के कारण इन कर्मियों की मासिक नियोजन ठप हो गया है। गौरतलब है कि पहले से ठाणे महानगरपालिका के ऊपर करीब 4,000 करोड़ रुपये की देनदारी अर्थात लायबिलिटी है। वहीं पिछले दो वर्षों के कोरोना संकट ने महानगरपालिका के खजाने को प्रभावित किया है। कई ठेकेदार (Contractors) का बिल भी अटका हुआ है। पिछले साल अप्रैल में भी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान देरी से हुआ था। हालांकि इस साल अप्रैल में नहीं बल्कि मई में एक तारीख बीत जाने के बाद भी वेतन भुगतान (Payments) नहीं होने का मामला सामने आया है। हालांकि अभी तक महानगरपालिका की ओर से भुगतान में देरी का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है।
10 मई को वेतन भुगतान
वहीं महानगरपालिका सूत्रों की माने तो महानगरपालिका कर्मचारियों से कहा गया है कि वेतन का भुगतान 10 मई को किया जाएगा। लेकिन महानगरपालिका द्वारा वेतन का भुगतान अभी तक नहीं किये जाने से कर्मचारियों का मासिक नियोजन गड़बड़ा गया है। कर्मचारियों का कहना है कि किसी के पास घर की किस्त भरनी है तो किसी ने किसी वजह से कर्ज लिया है, जिसे पार्टी महीना भरना होता है। साथ ही राशन सहित बच्चों की फ़ीस और अन्य काम के भी वेतन आने पर किया जाता है। लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। कुछ कर्मचारियों का कहना है कि स्कूल बंद होने के बाद गांव जाने की योजना बना रहे थे लेकिन अब पूरा आर्थिक समीकरण गड़बड़ा गया है और उन्होंने गाँव जाने का प्लान भी रद्द कर दिया है।
निजी कंपनी को दिया गया वेतन बांटने का काम
इस संदर्भ में महानगरपालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इसके पहले भी स्पॉट वियर शुरू था। यह महानगरपालिका की तरफ से शुरू थी। लेकिन मैन पावर कम होने के कारण अब बाहर से नई तकनीक अपनाकर काम एक निजी कंपनी को वेतन बांटने का काम दिया गया है। तद्नुसार विभागीय प्रशिक्षण, लेखा प्रशिक्षण आदि सहित अन्य कार्य चल रहे हैं। ऐसे में अगले कुछ दिनों में इन त्रुटियों को सुधार लिया जाएगा और कर्मचारियों का वेतन जारी कर दिया जाएगा।