Thane Municipal Corporation
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    ठाणे : ठाणे परिवहन (Thane Transport) को पुनर्जीवित करने के लिए जहां पिछले कई वर्षों से प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं पिछले दो वर्षों में कोरोना (Corona) की स्थिति के कारण परिवहन की वित्तीय स्थिति (Financial Condition) और खराब हो गई है। नतीजतन, यह पता चला है कि ठाणे परिवहन को प्रतिदिन 15 लाख रुपये के राजस्व (Revenue) का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए इस संकट से निकलने के लिए इस वर्ष के परिवहन बजट (Transport Budget) में ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) से अतिरिक्त धनराशि की मांग उठने लगी है। दूसरी ओर, ठाणे महानगरपालिका के वित्तीय में गिरावट आई है, ऐसे में क्या ठाणे महानगरपालिका प्रशासन इस मांग को पूरा करेगी या फिर परिवहन प्रशासन को निराश होना पड़ेगा। यह 10 फरवरी को महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) डॉ. विपिन शर्मा (Dr. Vipin Sharma) द्वारा घोषित किए  जाने वाले बजट के बाद ही पता चलेगा।  

    पिछले साल कोरोना की वजह से कम बसें रोड पर चलीं। इसका असर आमदनी पर भी देखने को मिला। इसलिए पिछले साल प्रस्तुत अनुमान पत्र में परिवहन प्रशासन ने महानगरपालिका से 284.63 करोड़ रुपये अनुदान की मांग की थी। जबकि परिवहन समिति ने पक्ष-विपक्ष से चर्चा कर अनुदान की राशि में वृद्धि कर महानगरपालिका से 302.41 करोड़ रुपये की मांग की थी। लेकिन निगम की ओर से पेश किए गए बजट में परिवहन के लिए 122.90 करोड़ का ही अनुदान दिया था। जिसके कारण परिवहन प्रशासन को निराश होना पड़ा था। 

    फिलहाल कोरोना के कारण परिवहन की स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा है।  कोरोना काल में परिवहन से प्रतिदिन मात्र 3 से 5 लाख रुपये की ही कमाई हो रही थी। लेकिन अब जबकि कोरोना की पाबंदियों में ढील दी गई है, परिवहन क्षेत्र 20 लाख रुपये से 22 लाख रुपये प्रतिदिन की कमाई कर रहा है। लेकिन इस बीच कोरोना से पहले ट्रांसपोर्ट 25 लाख से 27 लाख रुपये तक कमा रहा था।  उनके मुताबिक आज भी आमदनी कम लगती है। वहीं, ट्रांसपोर्ट बसों में करीब डेढ़ लाख यात्री सफर कर रहे हैं। भले ही परिवहन की आय 22 लाख के घर में हो, परिवहन की दैनिक लागत लगभग 35 लाख के आसपास है। नतीजतन, परिवहन को 15 लाख रुपये के दैनिक घाटे का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन के बेड़े से फिलहाल 250 बसें सड़क पर दौड़ रही हैं, लेकिन मरम्मत के लिए डिपो में खड़ी बसों की संख्या 150 से अधिक है। इसलिए इस साल भी राजस्व और व्यय को संतुलित करने के लिए परिवहन को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही हैं।

    81 नई बसें की जाएंगी गिफ्ट

    ठाणे परिवहन सेवा में 81 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। क्योंकि केंद्र सरकार महानगरपालिका  को पर्यावरण को बनाये रखने के लिए महानगरपालिका  प्रशासन को अनेक विकास परियोजना के लिये निधि उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसमें से 38 करोड़ रुपए खर्च कर महानगरपालिका प्रशासन उक्त बसों को खरीदने वाली है।