एसी लोकल की फेरियां बढ़ाने को लेकर यात्रियों में नाराजगी

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    ठाणे : मध्य रेलवे (Central Railway) के रूटों पर एसी लोकल (AC Local) की फेरियां बढ़ाने (Increasing Ferries) के रेलवे के निर्णय को लेकर यात्रियों (Passengers) में भारी नाराजगी देखी जा रही है। रेल यात्री संगठनों ने अचानक भड़क गए और उन्होंने कारशेड से बाहर आ रहे एसी लोकल को रोक दिया। इस दौरान पुलिस को इन यात्रियों को हटाने के उन पर लाठीचार्ज किया। इस दौरान पुलिस ने कुछ यात्रियों को हिरासत में भी लिया है। हालांकि, इस आंदोलन का रेल यातायात पर कोई असर नहीं पड़ा। लेकिन आने वाले दिनों में यह आंदोलन और भी तेज करने की चेतावनी रेल यात्री संगठनों ने दी है। 

    अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं

    मुंबई पैसेंजर एसोसिएशन के सिद्धेश देसाई की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक नए ट्रैक के बावजूद मेल चलने के कारण यात्री ट्रेन में सफर नहीं कर पा रहे हैं। इस कारण यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर कारशेड स्थानों से यात्रा करने का प्रयास करते हैं। लेकिन आज इसका विरोध करते हुए यात्रियों ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सार्वजनिक रूप से विरोध किया क्योंकि उन पर लाठी-डंडों का गलत आरोप लगाया गया था। कई बार लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन हुए, कई बार अधिकारियों के साथ बैठकें की गई। विभिन्न अधिकारियों और रेल मंत्रालय को 50 से अधिक पत्र देने के बाद भी अगर कलवा के यात्रियों के साथ कई वर्षों से अन्याय हो रहा है तो यात्रियों के पास विरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। 

    एसी लोकल फेरी बढ़ाने का फैसला तुगलकी फरमान

    यात्री संगठनों का आरोप है कि अधिकारियों ने यात्रियों से किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया और इसी नाकामी के कारण आज यात्री नाराज हैं। देसाई का कहना है कि पहले ही रेल समस्या को दूर करने में रेल प्रशासन असफल रहा है। ऐसे में एसी लोकल की फेरियां बढ़ाने के निर्णय एक तुगलकी फरमान है।  जिसे रद्द किया जाना चाहिए और आम यात्रियों के लिए सामान्य लोकल ट्रेनों की सुविधाओं पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए।