Nitin Gadkari Meets Sharad Pawar

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नागपुर. महाराष्ट्र की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए चिंता होने लगी है। यह कहना है राकां प्रमुख शरद पवार का। छत्रपति संभाजीनगर में रामनवमी उत्सव के दौरान हुए दंगा के संदर्भ में वे बोल रहे थे। नागपुर में पत्रकारों के साथ चर्चा के दौरान उन्होंने चिंता व्यक्त कि की घटना दो गुटों के बीच झगड़े को धार्मिक रूप तो नहीं दिया गया। अन्य शहरों में भी ऐसी ही घटना हुई इसलिए यह चिंता का विषय है। जांच के लिए एसआईटी गठित हुई है जांच में सच्चाई सामने आएगी। संभाजीनगर के पुलिस आयुक्त निखिल गुप्ता ने जांच के लिए अच्छा कदम उठाया है। उन्होंने सभी दलों से अपील की आपसी सामंजस्य से शांति स्थापित करने में सहयोग करें। मविआ को सभा की अनुमति दी है अगर न कहा तो विचार करेंगे। उन्होंने सभी से दंगों को लेकर ऐसे बयानबाजी से बचने की अपील कि जिससे धार्मिक तनाव बढ़े। चर्चा के दौरान दिलीप वलसे पाटिल, अनिल देशमुख, रमेश बंग, राजू जैन, आभा पांडे, प्रशांत पवार, प्रकाश गजभिये सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

मुख्य न्यायाधीश की समिति अधिक प्रभावी

सवालों के जवाब में पवार ने कहा कि अदानी प्रकरण की जेपीसी जांच का वे समर्थन करते हैं लेकिन इस प्रकरण में मुख्य न्यायाधीश की समिति की जांच अधिक प्रभावी रहेगी। कांग्रेस, अदानी उद्योग समूह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध के आरोपों के साथ अदानी की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग पर अड़ी है। अदानी मामले में मुख्य न्यायाधीश ने 5 सदस्यों की समिति नियुक्त की है। उसमें विधि व न्याय के अलावा अन्य क्षेत्र के जानकार शामिल हैं। पवार ने कहा कि 2024 का चुनाव सभी विपक्षी दल एकजुट होकर लड़ेंगे इस दृष्टि से चर्चा शुरू है। उन्होंने भाजपा के मिशन-400 सीट पर कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि राजनीतिक पार्टी के रूप में चुनाव लड़ने के लिए हम तैयार है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मिशन बारामती से शुरू किया इसका मुझे आनंद है।

सावरकर राष्ट्रीय मुद्दा नहीं

सावरकर का मुद्दा गरमाया हुआ है, इस संदर्भ के सवाल पर पवार ने कहा कि यह विषय राष्ट्रीय मुद्दा नहीं है। देश में और ज्वलंत मुद्दे हैं। जिन पर चर्चा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 30 वर्ष पूर्व मैंने सावरकर पर संसद में अपना मत रखा था। सावरकर ने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। उनका चरित्र सामाजिक व सांस्कृतिक योगदान देने वाला रहा है। उन्होंने अपने मकान के सामने मंदिर में वाल्मिक समाज का पुजारी रखा था। गाय को लेकर उनकी भूमिका की भी चर्चा हुई थी। ये पुरानी बातें हैं, वर्तमान में देश के अनेक विषयों पर बोलने की जरूरत है। राहुल गांधी पर विदेश जाकर देश को बदनाम करने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि पहले ही इस तरह की चर्चाएं हुई हैं। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को लेकर विदेश में कई बयान दिये गए। उन्होंने कहा कि सरकार को आवश्यक सुधार करना चाहिए। 

राम मंदिर को भुनाने का प्रयास हो सकता

पवार ने कहा कि 2024 के चुनाव में राम मंदिर निर्माण को भुनाने का प्रयास हो सकता है। देश में धार्मिक मुद्दे को अधिक बढ़ावा दिया जा सकता है लेकिन विपक्ष राष्ट्रीय व स्थानीय मुद्दों को लेकर नागरिकों के पास जाएगी। पवार ने कहा कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव एक साथ होने की संभावना नहीं है। ईडी, सीबीआई सहित जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के संदर्भ में कहा कि देश की जनता व विपक्षी दल यह महसूस कर रहे हैं। 

गडकरी से घर जाकर मिले

पवार केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के निवास पर जाकर उनसे मिले। उनसे म्हसाला में शुगर फैक्ट्री और नागपुर में वसंतराव शुगर इंस्टीट्यूट के एक केन्द्र की स्थापना के संदर्भ में चर्चा हुई। जिसमें किसानों को प्रशिक्षण की सुविधा होगी। पवार देर शाम गडकरी के साथ फुटाला लेक परिसर में म्यूजिकल फाउंटेन देखने भी गए।