वर्धा. दहेगांव गोसावी में घटित अंकिता बाइलबोडे हत्याकांड (Ankita Bilbode murder case) की जांच पुलिस ने 30 दिनों के भीतर पूर्ण कर ली है. वरिष्ठ अधिकारियों के पास अंतिम निरीक्षण के लिये दस्तावेज पेश किए गए है. आगामी तीन से चार दिनों में प्रकरण की करिब 1,000 पन्नों की चार्जशीट न्यायालय में दायर की जाने की जानकारी है.
ज्ञात हो कि 2 अक्टूबर की रात्रि 8 बजे के दौरान प्रेम प्रकरण के चलते चार हमलावरों ने अंकिता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी़ वारदात के बाद ग्रामीणों ने हमलावरों को पकड़कर उनकी पिटाई कर दी. यही नहीं तो उनकी दुपहिया फूक दी. वारदात के बाद गांव में तनाव की स्थिति पैदा हुई़ परंतु वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व कर्मियों की सूझबूझ से बड़ा अनर्थ टल गया. चारों हमलावरों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया़ इसमें प्राप्ती लकी जगताप, ज्ञानेश्वर उर्फ ज्ञान्या महेंद्र खोब्रागडे, अर्जुन कन्हैया ईटकर व आंचल बादल शेंडे का समावेश था.
आरोपियों से कस्टडी में कड़ी पूछताछ
चारों से पूछताछ के बाद प्रकरण की गुत्थी सुलझी़ अंकिता व लकी जगताप के बीच प्रेमसंबंध थे. यह बात लकी की पत्नी प्राप्ती को पता चलने से उसने अंकिता को समझाइश दी. परंतु इसका कोई हल नहीं निकला़ दोनों में फोन पर विवाद भी हुए़ अंतत: प्राप्ती ने पति लकी व अन्य आरोपियों के साथ मिलकर अंकिता को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रचा़ इसमें आंचल का पति बादल शेंडे, सनी वाघाडे भी शामिल था़ पुलिस ने दूसरे दिन अंकिता के प्रेमी लकी सहित सनी व बादल को भी हिरासत में लिया. पुलिस कस्टडी में कई पुख्ता जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई.
हत्याकांड में कुल 7 आरोपी किए अरेस्ट
अंकिता की हत्या के लिये उपयोग में लाये गये दो चाकू जब्त किये गये़ जलाई गई दुपहिया किसकी हैं, यह पता करने के लिये एआरटीओ को पत्र भेजा गया़ इसमें एक दुपहिया आरोपी अर्जुन ईटकर व दूसरी आंचल शेंडे के भाई के नाम पर होने की बात स्पष्ट हुई. करिब 30 दिन के भीतर स्थानीय अपराध शाखा पुलिस ने हत्याकांड की जांच पूर्ण कर ली. प्रकरण में कुल सात आरोपी हिरासत में है. गवाहों के बयान सहित सभी दस्तावेज वरिष्ठ अधिकारियों के अवलोकन के बाद करिब 1 हजार पन्नों की चार्जशीट आगामी तीन से चार दिनों के भीतर न्यायालय में पेश की जाएगी.