Tuljapur Trains Stoppage, Nitin Gadkari

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हिंगनघाट (श. सं.).  तुलजापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को स्टापेज दिया जाए, ऐसी मांग केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से की गई है. इस दौरान पूर्व विधायक राजू तिमांडे, विदर्भ विकास आघाड़ी के संस्थापक अध्यक्ष अनिल जवादे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे़  स्टापेज के संदर्भ में वरिष्ठ स्तर पर चर्चा कर समस्या दूर की जाएगी, ऐसा सकारात्मक आश्वासन दिया गया है़ 

तुलजापुर रेलवे स्टेशन परिसर के 25 गावों के विद्यार्थियों को ट्रेन के स्टॉपेज के अभाव में हो रही समस्याओं का प्रश्न दूर करने के उद्देश से पूर्व विधायक राजू तिमांडे, जवादे ने बेमियादी श्रृंखलाबद्ध अनशन 9 फरवरी से शुरू किया है. इस बेमियादी अनशन में तुलजापुर रेलवे स्टेशन के आसपास के 25 गावों के नागरिकों ने अपना समर्थन देकर सक्रीय सहभाग लिया है.

विदर्भ राज्य आघाड़ी के जिलाध्यक्ष रामकिशोर रामा शिगनधुपे के नेतृत्व में गत कुछ वर्ष से तुलजापुर रेलवे स्टेशन को मेल गाड़ियों के स्टापेज मिले इसके लिए आंदोलन व प्रशासन के साथ चर्चा की जा रही है़ लेकिन तुलजापुर रेलवे स्टेशन को स्टापेज नहीं मिलने से केवल सहानुभूति पत्र व आश्वासन मिलता है. कोरोना के पूर्व तुलजापुर रेलवे स्टेशन को मेल गाड़ियों का स्टापेज था. कोरोना के बाद स्टापेज बंद हुआ है. परिस्थिति सामान्य होने के बाद गाडियों के स्टापेज पूर्ववत करना जरूरी था. बावजूद इस ओर अनदेखी की जा रही है. कुछ ही दिनों में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा शुरू होनेवाली है. ऐसे में प्रतिदिन स्कूल में जानेवाले 25 गांव के हजारों विद्यार्थियों के भविष्य का सवाल है.

ग्रामवासियों के ट्रेन यात्रा का एकमात्र विकल्प

ग्रामवासियों के लिए नौकरी, व्यवसाय, पढ़ाई के लिए रेलवे ही एकमात्र विकल्प है. रेलवे प्रशासन ने केवल आश्वासन देने के कारण 27 जनवरी से श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरू किया है, ऐसी जानकारी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को निवेदन के माध्यम से दी गई. प्रलंबित मांगे पूर्ण नहीं होने से नागरिकों में रोष बढ़ते जा रहा है, ऐसा बताया गया.

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने समस्या वरिष्ठ स्तर पर रखकर जल्द ही निराकरण करने के संदर्भ में आश्वासन दिया है. इस अवसर पर पूर्व विधायक राजू तिमांडे, अनिल जवादे, आशिष इंझनकर, एड. अरूण येवले, अरुण गावंडे, सरपंच संदीप वाणी, आतिश घूडे, मंगेश काकडे, सुनील जयस्वाल, राकेश उंरकांदे, भालेराव अडे, स्वप्निल ठाकूर, अजय राजूरकर, राहुल बैस, श्रीराम पाटिल, रमेश सालवे, गजानन तिड़के, भूषण कावले उपस्थित थे.