केरोसिन बंद, ग्रामीण क्षेत्रों में अंधेरा; बिजली गुल होने पर अंधेरे में रहते हैं लोग

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    देवली (सं). वर्तमान स्थिति में केरोसिन के लिये ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक भटकते नजर आ रहे हैं. सरकार ने उज्ज्वला गैस का वितरण कर गरीबों के राशनकार्ड से केरोसिन बंद कर दिया है. ऐसे में अनेक परिवारों को बिजली बिल भर पाना मुश्किल होने के कारण लोगों को अंधेरे में रहने की नौबत आन पड़ी है. इस कारण ग्रामीण क्षेत्र में अंधेरा छाने की बात कही जा रही है.

    महावितरण कंपनी काट रही है कनेक्शन

    वर्तमान स्थिति में घर-घर बिजली पहुंचाने का काम सरकार की ओर से किया जा रहा है. इस कारण अनेक घरों में केरोसिन के दिये बंद हो गये. मात्र बिजली के दाम बढ़ाकर प्रतिमाह आने वाले बिजली बिल भर पाना आम नागरिक व मजदूर वर्ग को संभव नहीं हो पा रहा है. ऐसे में बकाया बिजली बिल नहीं भरने पर बिजली विभाग कनेक्शन काट रहा है. इस कारण अनेक परिवारों पर अंधेरे में रहने की नौबत आ गई है. अब कोरोसिन बंद होने से ग्रामीण क्षेत्र में अंधेरे छा गया है.

    एक परिवार को प्रतिमाह 5 लीटर केरोसिन दें

    अनेक परिवारों के पास गैस सिलेंडर व बिजली होने के बावजूद भी महंगाई के इस दौर में गैस सिलेंडर पर भोजन पकाना मुश्किल हो गया है. ऐसे में रात के समय बिजली आपूर्ति बंद होने पर लोगों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ रही है. इससे एक परिवार को 5 लीटर केरोसिन राशन कार्ड पर उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है. अंतिम संस्कार कार्यक्रम में केरोसिन की बेहद आवश्यकता होती है, लेकिन केरोसिन ही उपलब्ध नहीं होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण केरोसिन उपलब्ध करा देने की मांग की जा रही है. 

    ग्रामीण क्षेत्र में केरोसिन की किल्लत

    सरकार ने घर-घर में उज्ज्वला गैस नि:शुल्क रूप में वितरित किया है. इसके माध्यम से जंगल की होने वाली अवैध कटाई रोकना भी सरकार का उद्देश्य था. मगर गैस सिलेंडर वितरित होने के बाद राशनकार्ड से केरोसिन कम करने का नियम होने से अनेक राशनकार्ड का केरोसिन बंद हो गया है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में इन दिनों में केरोसिन की किल्लत महसूस हो रही है.