- गत वर्ष 25 लोग हुए थे घायल
- पतंगबाज खरीद रहे धड़ल्ले से
- मांजा गले में अटकने से कटने का डर
- ग्रामीण में भी पहुंच रहा नायलान मांजा
वर्धा. मकरसंक्रांति के पर्व पर युवाओं में पतंगबाजी का आकर्षण होता है़ जिले में भी बढ़ी मात्रा में युवा वर्ग पतंग उड़ाते है़ं इसके लिये वें मार्केट से मांजा व धागे की खरीदारी करते है़ं जिले में नायलान मांजा के बिक्री पर पाबंदी होते हुए बाजार में आसानी से यह मांजा उपलब्ध हो रहा है़ इसके उपयोग से कई लोग जख्मी हो रहे है़ं इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर प्रशासन व पुलिस ने सख्त कार्रवाई करने की मांग नागरिक कर रहे है़ं जिले में गत वर्ष नायलान मांजा की चपेट में आकर करीब 25 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए है़ं इस बार मकसंक्रांति के अवसर पर बड़े पैमाने पर पतंगबाजी होगी. ऐसे समय में पतंगबाजों के लिये नायलान मांजा उपलब्ध कराया जाता है.
मार्केट में कुछ विक्रेता द्वारा यह मांजा बिक्री के लिये लाया जाता है़ चोरी छीपे इसकी बिक्री होती है़ परंतु नायलान मांजा के उपयोग से अनेक विपरीत परिणाम भुगतने पड़ते है़ं पतंग कटने पर यह मांजा मार्ग पर गिरता है़ कई बार लोगों के गले में मांजा अटक जाता है़ इससे गला कटने का डर बना रहता है़ ऐसी कई घटनाएं जिले में सामने आई है़ं इस मांजे के कारण हमेशा अनहोनी का डर बना रहता है़ इस मांजे का शिकार मनुष्य ही नहीं तो पंछी भी हो रहे है़ं अनेक दुर्लभ पंछियों की मौत मांजे में अटक कर हुई है़ नायलान मांजा पर बंदी होते हुए भी इसका धड़ल्ले से उपयोग हो रहा़ इतना ही नहीं, पेड़ व तारों पर मांजा अटक रहा है. इससे पक्षी भी घायल हो रहे हैं. पंछी प्रेमियों ने भी मांजा विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
चोरी छीपे बेचा जा रहा मांजा
वर्धा शहर ही नहीं तो हिंगनघाट, आर्वी, पुलगांव, देवली इन बड़े शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी चोरी छीपे नायलान मांजा की बिक्री हो रही है़ छोटे बच्चे पतंग उड़ाने के लिए इसका उपयोग करते है़ं इस मांजा का उपयोग कई बार बच्चों के लिये धोकादायक भी साबित होता है.
सामने आई कई घटनाएं
नायलान मांजा का शिकार कई लोग हुए है़ं ऐसी अनेक घटनाएं जिले में सामने आई है़ कुछ दिनों पहले सेलू व सालोड में दो युवक गंभीर रूप से घायल हुए थे़ दुपहिया से जाते समय उनके गले में नायलान मांजा अटकने के कारण गला बुरी तरह से कटा था़ एक युवक को टांके तक लगे थे़ ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिये मांजा विक्रेता पर सख्त कार्रवाई होनी जरूरी है.