Sindi Railway

  • 55(1)(ए) के तहत प्रशासन के निर्णय का इंतजार

Loading

सिंदी-रेलवे. शौचालय उपयोगिता प्रमाणपत्र न देने से सिंदी रेलवे के नगराध्यक्ष को जिलाधिकारी ने अपात्र घोषित किया. राज्य में इस प्रकार की पहली कार्रवाई बताई जा रही है. इसके पूर्व नप के 14 सदस्यों ने नगराध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव जिलाधिकारी की ओर पेश किया था. इस संबंध में निर्णय आने की संभावना होने से अपात्र नगराध्यक्ष पर अब अविश्वास की भी तलवार लटकती नजर आ रही है.

बता दें कि, भाजपा की सीट पर विजयी हुई सिंदी नप की नगराध्यक्ष सुनीता शेंडे का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा. भाजपा पार्षदों सहित कार्यकर्ताओं से भी उनका व्यवहार ठीक न होने की शिकायतें की थी. कुछ पार्षदों के प्रभाग में विकास कार्य को स्थान न देने से दरारें बढ़ती गई. परिणामवश संतप्त पार्षदों ने 308 के तहत जिलाधिकारी के पास शिकायत दर्ज की थी. 17 सदस्यीय नप में भाजपा, राकां व कांग्रेस के करीब 14 सदस्यों ने नगराध्यक्ष के खिलाफ 55(1)(ए) के तहत अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था.

 इस संबंध में जिलाधिकारी ने एक रिपोर्ट नगर विकास मंत्रालय के पास भेज दी़  इस पर निर्धारित समयावधि में निर्णय न मिलने से हाईकोर्ट तक प्रकरण पहुंचा. इससे न्यायालय ने नगर विकास मंत्रालय को फटकार लगाते हुए दो माह के भीतर निर्णय देने के आदेश जारी किए. परिणामवश नगर विकास मंत्रालय, मुंबई ने नगराध्यक्ष को पखवाड़े के भीतर लिखित जवाब पेश करने को कहा था.

2 माह के भीतर निर्णय देने के आदेश

16 दिसंबर को अंतिम सुनवाई जिलाधिकारी कार्यालय में लेने की बात कही थी़  वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए सुनवाई ली गई. इसमें शिकायतकर्ता की ओर से एड. परिक्षित पेटकर, नगराध्यक्ष की ओर से एड. पीयूष कदम तथा पार्षद आशीष देवतले ने पक्ष रखा. सभी पक्षों की बात सुनने के बाद नगर विकास राज्यमंत्री प्राजक्त तनपुरे ने दस दिनों के भीतर निर्णय देने की बात कही थी. समयावधि बीतने से आगामी दिनों में प्रकरण में निर्णय आने की उम्मीद है.  अपात्र नगराध्यक्ष पर अब अविश्वास की तलवार लटक रही है. उक्त निर्णय की ओर सभी की नजरें टिकी हुई है.

नेमप्लेट पर लगी पट्टी

हाल ही में 18 दिसंबर को शौचालय उपयोगिता प्रमाणपत्र प्रस्तुत न करने से जिलाधिकारी ने नगराध्यक्ष शेंडे को अपात्र घोषित कर दिया.  परिणामवश नप में लगी नगराध्यक्ष की नेमप्लेट पर प्रशासन ने पट्टी लगाने की जानकारी सामने आयी है.