Crops Damaged due to unseaonal Rain in wardha
बेमौसम बारिश से फसल बर्बाद

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वर्धा. जिले में गत सप्ताह भर से मौसम ने अपना रंग बदला है. कम अधिक मात्रा में बेमौसम बारिश हो रही है. कुछ हिस्सो में तूफानी बारिश व ओलावृष्टि हुई़ इसकी चपेट में आकर 7 से 12 अप्रैल के दौरान 7 मवेशियों की मौत हो गई़ इसके अलावा 11 मकान व 2 तबेले क्षतिग्रस्त हो गए़ किसानों की 307.70 हेक्टयर क्षेत्र की फसल खराब होने की जानकारी है.

जिले में पिछले कुछ वर्षों से प्राकृतिक आपदा किसानों का पीछा नहीं छोड़ रही है़ गत वर्ष खरीफ के मौसम में अतिवृष्टि, बीमारी व इल्ली के प्रकोप से सोयाबीन व कपास की फसल को नुकसान पहुंचा था. गत वर्ष करीब 80 प्रतिशत सोयाबीन की फसल नष्ट हो गई थी. नुकसान का पंचनामा कर इसकी रिपोर्ट भी वरिष्ठों को भेजी गई़ परंतु अब तक पीड़ित किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया़ दूसरी ओर कपास की फसल भी बड़ी मात्रा में प्रभावित हुई़ कपास की उपज में भारी कमी आयी है़ इसके अलावा कुछ माह पूर्व हुई ओलावृष्टि से तुअर, चना, गेहूं, फल व सब्जी फसल का काफी नुकसान हुआ़ इन दिनों चुनावी माहौल होने से संपूर्ण व्यवस्था इसी काम में जुट गई है.

परिणामवश किसानों की समस्याओं की ओर देखने के लिए किसी को समय नहीं मिल रहा है. जिले में 7 अप्रैल से मौसम ने करवट बदली है. पिछले छह दिनों से जिले में रुक रुक कर ओलावृष्टि व बारिश हो रही है़ बिजली की कड़कड़ाहट के साथ तूफान चल रहा है. दिनभर बदरीला मौसम छाया हुआ है. रंग बदलते मौसम के कारण जिले में भारी नुकसान पहुंच रहा है़ इन छह दिनों में गाज गिरने व अन्य कारणों से 7 मवेशियों की मौत हो गई है. यही नहीं तो 11 मकानों को नुकसान पहुंचा है. 2 तबेले जमीन में ध्वस्त हो गए है. इसकी प्राथमिक रिपोर्ट सामने आयी है़ चुनावीं कार्य से समय निकाल कर नुकसान का पंचनामा कर राहत प्रदान करने की मांग हो रही है.

409 किसान हुए प्रभावित
जिले में पिछले छह दिनों में हुई ओलावृष्टि, बारिश से 409 किसान प्रभावित हुए है. उनकी 307.70 हेक्टयर क्षेत्र की फसल खराब होने की प्राथमिक जानकारी है. इसमें गेहूं, प्याज, मका, फल व सब्जी फसल का समावेश है. नुकसान क्षेत्र का सर्वे करने की मांग की जा रही है.

Wall collapsed due to rain in wardha
धनराज काटन इंडस्ट्रीज की दीवार बारिश से ढह गई

काटन इंडस्ट्रीज की दीवार ढही
हिंगनघाट तहसील नांदगांव (बोरगांव) परिसर में धनराज काटन इंडस्ट्रीज की दीवार बारिश से ढह गई. सौभाग्यवश किसी प्रकार की जीवितहानि नहीं घटी़ तूफानी बारिश के कारण कुछ मकानों की छतें उड़ने से काफी नुकसान बताया गया.