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वाशिम. जिले के कारंजा स्थित गोंधली लोककलाकार, समाजसेवक तथा महात्मा गांधी राज्यस्तरीय व्यसनमुक्ति पुरस्कार प्राप्त संजय कडोले को कर्मयोगी संत गाडगे बाबा गुणवंत पुरस्कार प्रदान किया गया़ श्री संत

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वाशिम. जिले के कारंजा स्थित गोंधली लोककलाकार, समाजसेवक तथा महात्मा गांधी राज्यस्तरीय व्यसनमुक्ति पुरस्कार प्राप्त संजय कडोले को कर्मयोगी संत गाडगे बाबा गुणवंत पुरस्कार प्रदान किया गया़ श्री संत गाडगे बाबा नागरी सहकारी पतसंस्था की ओर महान कर्मयोगी श्री संत गाडगे बाबा की 63 वीं पुण्यतिथि निमित्त कारंजा की पतसंस्था स्थित कार्यालय में आयोजित अभिवादन कार्यक्रम में पुरस्कार का वितरण किया गया़.

इस अवसर पर प्रारंभ मे संस्थाध्यक्ष विश्वनाथ राऊत, संचालक व उपस्थित मान्यवरों के हाथों संत गाडगे बाबा की प्रतिमा का पूजन व दीप प्रज्वलन किया गया़ कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वनाथ राऊत ने की. अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने कहा कि संजय कडोले ने कर्मयोगी संत गाडगे बाबा के विचार लेकर समाज प्रबोधन व जनजागरण करते हुए लोगों को व्यसन से मुक्त किया. प्रमुख अतिथि संचालक, उपाध्यक्ष मदनलाल जोशी, देवीदास तिडके, चांदूरकर, सुनील गुल्हाने, सरीता तुपोने, गौतम मनवर, देवराव राठोड, सलीमोद्दीन शेख, ज्ञानेश्वर राऊत, व्यवस्थापक विश्वनाथ ब्रम्हकुले व विशेष अतिथि यवतमाल के डा. महेश चव्हाण की उपस्थिति में गौरव समारोह संपन्न हुआ़.

संचालन व प्रास्ताविक विश्वनाथ ब्रम्हकुले ने किया. कर्मयोगी संत गाडगे बाबा की दशसूत्री संदेश का तन-मन-धन से पालन करने वाले, स्वच्छतादूत तथा नशाबंदी व व्यसनमुक्ति पर समाज प्रबोधन कर लोगों को व्यसनमुक्त करने वाले समाजसेवक संजय कडोले के समाजसेवी कार्यों की संत गाडगेबाबा नागरी पतसंस्था ने विशेष दखल लेकर कडोले को इस वर्ष का राज्यस्तरीय कर्मयोगी श्री संत गाडगे बाबा गुणवंत पुरस्कार प्रदान किया.

इस अवसर पर संजय कडोले ने कहा कि यदि व्यक्तियों की गलतियों पर पर्दा डालकर उनको सुधरने का अवसर दिए गए. तो वे निश्चित ही समय का सोना कर सकते है़ कारंजा का एकमात्र व्यक्ति के रुप में मेरा सत्कार पतसंस्था ने किया. यह मेरा भाग्य है ऐसा में समझता हूं.