विविध मांगों को लेकर आशा गट प्रवर्तक आक्रमक

वाशिम. विविध प्रकार की 25 मांगे प्रलंबित होकर इसकी ओर शासन का ध्यान इस ओर केंद्रित करने के लिए आशा गट प्रवर्तक संगठन व्दारा 9 जनवरी को धरना आंदोलन करने का ऐलान किया है़ तो दूसरी ओर 7 प्रकार की

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वाशिम. विविध प्रकार की 25 मांगे प्रलंबित होकर इसकी ओर शासन का ध्यान इस ओर केंद्रित करने के लिए आशा गट प्रवर्तक संगठन व्दारा 9 जनवरी को धरना आंदोलन करने का ऐलान किया है़ तो दूसरी ओर 7 प्रकार की प्रलंबित मांगों को लेकर महाराष्ट्र राज्य शालेय पोषण आहार कर्मचारी संगठन भी 9 जनवरी के आंदोलन कर रहे है़ं विगत कुछ दिनों से आंगनवाड़ी सेविका, मददनीस, मिनी आंगनवाड़ी कर्मियों के न्याय के अधिकारों की लड़ाई चल रही है़.

जिला स्तर पर आंदोलन, मोर्चा, अनशन कर भी आंगनवाड़ी कर्मियों की समस्या का हल नहीं हुआ़ साथ ही में आशा, गट प्रवर्तक महिलाओं का उसी प्रकार से शालेय पोषण आहार का निश्चित मानधन 18 हजार रुपये करने, सेवा में कायम करने, शालेय पोषण आहार योजना अंर्तगत डाटा एंट्री ऑपरेटर, को 20 हजार रुपये मानधन देने, शालेय शिक्षा समिति ने आचारी मददनीस की नियुक्ति नियमित करने, शालेय पोषण आहार योजना अंर्तगत मानधन, ईंधन, सब्जियां, बिस्किट आदि के पैसे आचारी, मददनीस के बैंक खाते में जमा होने, सेवा में से कम किए जानेवाले आचारी, मदतनीस को तुरंत सेवा में लेने आदि मांगों को लेकर शासन का ध्यान केंद्रित करने के लिए 9 जनवरी को वाशिम में अनशन किया जा रहा है़ ऐसी जानकारी संगठन के जिलाध्यक्ष संजय बाजड, उपाध्यक्ष नंदा कांबले ने दी है़

गट प्रवर्तक की मांगों में गटप्रवर्तक महिलाओं को शासकीय कर्मचारी का दर्जा देने, गटप्रवर्तक महिला को प्रतिमाह 21 हजार रुपये वेतन लागू करने, गटप्रवर्तक महिलाओं को 2,500 रुपये की वृध्दि देना, अनशनकालीन अवधि का मुआवजा देना, प्रा़ फंड, ग्रॅज्युटी अधिनियम लागू करना, अलग कामों का मुआवजा मिलना, आशा के मुताबिक गट प्रवर्तक महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना का लाभ मिलना सहित 25 प्रलंबित मांगों का समावेश है़ इन मांगों को लेकर 9 जनवरी को एक दिवसीय धरना आंदोलन व अनशन किया जा रहा है़ ऐसी जानकारी आशा व गटप्रवर्तक संगठना के राज्य उपाध्यक्ष मुंगाजी बुरुड, जिला उपाध्यक्षा संगिता कालबांडे, जिला संगठिका लंका रोडे आदि ने दी है़.