Sharad Pawar
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पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) के अपने पद से इस्तीफा (Resign) देने की घोषणा ने पुणे (Pune) में एनसीपी कार्यकर्ताओं में अशांति पैदा कर दी गई हैं। इस निर्णय से सहमत न होने पर भावुक कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय के सामने एकत्र आकार निर्णय वापस लें ऐसी मांग करने लगे। एनसीपी शहर अध्यक्ष प्रशांत जगताप (Prashant Jagtap) सहित सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफा (Resign) देने का ऐलान किया है।

शरद पवार के इस्तीफे की घोषणा ने राज्य की राजनीति में बवंडर आ गया हैं। कुछ दिन पहले शरद पवार ने रोटी जल जाने के पहले पलटने की घोषणा की थी। इससे पार्टी में कई बड़े बदलाव होन की संभावना जताई जा रही थी। हालांकि, पवार ने इसकी शुरुआत खुद इस्तीफा देकर की है। मुंबई में इस फैसले की घोषणा होने के बाद पुणे में पार्टी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस भवन में जमा होने शुरु हो गए। पार्टी चीफ के निर्णय पर कार्यकर्ता ज्यादा ही भावुक हो गए। इस मौके पर एनसीपी के शहर प्रवक्ता प्रदीप देशमुख, पूर्व नगरसेवक सदानंद शेट्टी, गणेश नलावड़े, अनिरुद्ध पासलकर, काका चव्हाण, नीलेश वढे, रोहन पायगुडे आदि मौजूद थे।

जहां कोई भगवान नहीं, वहां कोई प्रणाम नहीं

इस बारे में प्रशांत जगताप ने भावुक ट्विट करते हुए अपनी भावना व्यक्ती की है। कोई कितना भी चाहे, कम से कम भक्तों की आस्था के लिए भगवान अपनी दिव्यता नहीं छोड़ सकते। इसी तरह शरद पवार को अध्यक्ष पद नहीं छोड़ना चाहिए। यदि पवार ने अपनी भुमिका नहीं बदली, तो मेरे साथ पुणे शहर की कार्यकारिणी के सभी सदस्य इस्तीफा दे रहे हैं, जहां कोई भगवान नहीं है, वहां कोई प्रणाम नहीं है, ऐसे शब्दों में जगताप ने अपनी भावनाएं व्यक्त की।

खून से खत लिखकर इस्तीफा वापस लेने की मांग

पवार के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कार्यकर्ताओं ने इस फैसले को बदलने की मांग की हैं। पुणे के साहेब प्रतिष्ठान के अध्यक्ष संदीप काले ने अपने खून से पवार को पत्र लिखकर इस फैसले को वापस लेने की मांग की हैं। आप हमारे भगवान हैं, आपने मेरे जैसे लाखों कार्यकर्ताओं को बनाया है। हम आपके नेतृत्व में काम करना चाहते हैं, ऐसा पत्र में लिखा है।