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    यवतमाल. जिले में पशुपालकों को मवेशियों पर लम्पी संक्रमण का प्रकोप होने का डर सता रहा है. हाल की घडी में लम्पी संक्रमण की चपेट में जिले की 10 तहसीलें आ चुकी है. जिसके बाद जिला पशु सर्वचिकित्सालय विभाग ने लम्पी संक्रमण से पशुओं को बचाने के लिए तेजी से टीकाकरण करना शुरू किया है. जिले में 86 हजार 445 मवेशियों के टीकाकरण की प्रक्रिया पूर्ण किया जाएगा.  अब तक 57 हजार 646 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है. इनमें संक्रमित पशुओं के साथ असंक्रमित पशुओं का भी समावेश है. 

     बता दें कि जिले के बाभुलगांव, झरी जामणी, घाटंजी, यवतमाल, पुसद, महागांव, उमरखेड, पांढरकवडा, दारव्हा व मारेगांव तहसील लम्पी संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. इन तहसीलों के नायगांव, मुकूटबन, देमडादेवी, मांगी, उमरसरा, बाबर्डा, देवगांव खोसला, अकोलाबाजार, जवला, लोणी, कोलम्बी, कारेगांव, बेचखेडा, साखरा, राहुर, शिरोली, वाढोणा, वढवट, गणेशपुर, वेगांव, पारडी, भारी, केगांव, बोथबोडण, चांदपुर तरोडा, नवरगांव, आमनी, धानोरा, मारेगांव, जलका बोरीसिंह, तलेगांव, प्रतापंगारा, करंजी, वघारटाकली का समावेश है.

    यहां पर 116 मवेशियां संक्रमित पायी गई है. इनमें से 61 मवेशियों में सुधार हो चुका है. जबकि एक्टीव केसेस 55 है. पशु विभाग की ओर से लम्पी संक्रमण को रोकने के लिए तेजी से टीकाकरण की प्रक्रिया निपटायी जा रही है. वहीं लम्पी संक्रमण से किसी भी पशु की मृत्यु नहीं हुई है.