आर्णी में किसानों का नाफेड के खिलाफ भोंगा आंदोलन, पूर्व विधायक बालासाहब मुनगीनवार ने किया नेतृत्व

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    • आर्णी तहसीलदार को सौंपा निवेदन

    आर्णी. यवतमाल जिले में नाफेड की ओर से चना खरीदी धीमी गति से चलायी जा रही है. कभी ग्रेडर नहीं, तो कभी छुट्टी तो कभी हमाल नहीं रहने व कभी बारदाने की किल्लत से चना उत्पादक किसान परेशान है. जिसके चलते किसानों ने निजी व्यापारियों को अपनी फसल बेचने का मन बना लिया है. लेकिन निजी व्यापारियों ने भी किसानों को लूटना जारी रखा है.

    फिलहाल केंद्र सरकार ने भोंगे की राजनीति को बंद कर किसानों के चना खरीदी पर ध्यान देकर तत्काल चना खरीदी शुरू करने के आदेश नाफेड को दिए जाए. अन्यथा 1 मई से तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी किसानों ने तहसीलदार को निवेदन सौंपकर दी है. आंदोलन की शुरूआत बाबासाहेब आंबेडकर पुतला परिसर से की गई. जिसका समापन तहसील कार्यालय में निवेदन देकर किया गया.