Mahavitaran
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यवतमाल. गर्मी के सीजन में बिजली का उपयोग बढ़ जाने से वैसे ही नागरिकों का बजट बिगड़ जाता है. इस बीच राज्य भर के बिजली ग्राहकों को 1 अप्रैल से महंगी बिजली का झटका लगा है. घरेलू ग्राहकों सहित सभी वर्ग के ग्राहकों पर लगभग 10 से 20 प्रतिशत तक बोझ बढ़ने वाला है. नियामक आयोग ने मार्च 2023 में 2 वर्ष के लिए 2 चरण में दर वृद्धि मंजूर की थी. इस के चलते 2024-25 वित्तीय वर्ष के दूसरे चरण की बिजली दर बढ़ोतरी 1 अप्रैल से महावितरण द्वारा लागू की गई है.

बीते वर्ष 2023-24 में 1 से 100 यूनिट तक बिजली के लिए 5.58 रुपये यूनिट देना पड़ रहा था जो अब 5.88 रुपये यूनिट यानी 30 पैसे अधिक देना होगा. इसके साथ ही स्थिर आकार व ईंधन अधिभार आदि पर भी 12 रुपये से 97 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है. कुल बिजली में सारे अधिभार व शुल्क आदि जोड़कर यह बढ़ोतरी 10 से 20% तक की होगी. घरेलू ग्राहकों के 1 यूनिट से लेकर 500 यूनिट से ऊपर तक चारों स्लैब में 6.37 प्रतिशत से 8.1 प्रतिशत तक का रेट बढ़ाया गया है. गर्मी के सीजन में बिजली का उपयोग बढ़ जाता है़. वैसे ही नागरिकों का बजट बिगड़ जाता है.

व्यापारी और किसानों पर भी भार
लघुदाब व्यापारियों के 0 से 20 किलोवाट, 20 से 50 किलोवाट और 50 किलोवाट के स्लैब में भी दर वृद्धि की गई है. पहले स्लैब में प्रति यूनिट 9.44 रुपये की जगह अब 9.69 रुपये का भुगतान करना होगा. दूसरे स्लैब में 13.80 रुपये की जगह अब 14.18 रुपये यूनिट की वसूली होगी. तीसरे स्लैब के लिए 16.10 रुपये की जगह 16.55 रुपये का रेट लगेगा.

वहीं, लघुदाब किसानों के कृषि पंप के लिए 4.17 रुपये प्रति यूनिट को बढ़ाकर अब 4.56 रुपये किया गया है और कृषि-अन्य वर्ग के लिए यह 6.23 रुपये प्रति यूनिट की जगह अब 6.88 रुपये भुगतान करने होंगे, उच्चदाब कृषि के लिए पंप हेतु 5.96 रुपये यूनिट से बढ़ाकर अब 6.38 रुपये कर दिया गया है. वहीं कृषि-अन्य वर्ग के लिए 7.87 रुपये की जगह 8.59 रुपये प्रति यूनिट भुगतान करना होगा.