महामार्ग के निर्माणकार्य के दौरान बारुदी ब्लास्ट, पुलिस,प्रशासन की नजरअंदाजी

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    • नांदगव्हाण घाट में वनविभाग में खुलेआम नियमों का उल्लंघन हो रहा ब्लास्टींग
    • वाहनधारकों के जान को खतरा
    • ब्लास्टींग के भयंकर आवाज से वन्यप्राणी भयभीत

    उमरखेड. उमरखेड और महागांव तहसील के महामार्ग के कामों पर रास्ते में पत्थरों की चटटाने फोडने  के लिए मशिनों के जरीए खुलेआम बारुद से ब्लास्ट किया जा रहा है. जिससे यहां से गुजरनेवाले वाहनधारकों, यात्रीयों और नागरिकों की जान को खतरा निर्माण हो चुका है.लेकिन नियमों को ताक पर रखकर हो रहे इस निर्माणकार्य के दौरान बारुद के ब्लास्ट पर पुलिस प्रशासन नजरअंदाजी बनाए हुए है, एैसा आरोप वाहनधारक कर रहे है.

    नागपुर बोरी तुलजापुर राष्ट्रीय महामार्ग क्र.362 का काम इन दिनों प्रगतीपथ पर है.इस रास्ते का कार्य का ठेका शेखावटी कन्स्ट्रक्शन कंपनी ने लिया है, उसके जरीए नांदगव्हाण गांव के समीप उमरखेड तहसील की सीमा पर और महागांव सीमा के रास्ते के कामों के लिए लगनेवाली गिटटी पत्थरों के लिए रास्ते पर ही चट्टाने और बडे पत्थर फोडने के लिए मशिन के जरीए दिन में बारुद ब्लास्टींग की जा रही है.

    जिससे पत्थर और चटटानों के टूकडे भयंकर आवास के साथ उडते है, ब्लास्टींग के कारण धुल का गुबार होता है, जिससे रास्ते से जानेवाले वाहनचालकों, यात्रीयों के जान और स्वास्थ्य को खतरा निर्माण हो चुका है, दिनदहाडे बारुद ब्लास्ट होने पर भी पुलिस प्रशासन इस बारे में साफ तौर पर नजरअंदाजी बरत रहा है.

    जिससे भविष्य में कोई अनुचित घटना होने पर इसका जिम्मेदार कौन होंगा, यह सवाल निर्माण हो चुका है.इस ब्लास्टींग के कारण पर्यावरण और वन्यप्राणीयों के जान को खतरा दिख रहा है, जिससे नियमों का उल्लंघन और मानवीय जान को खतरे में डालनेवाली इस निर्माणकार्य कंपनी के खिलाफ फौजदारी कारवाई करने की मांग की जा रही है.

    विस्फोटक पदार्थ ईस्तेमाल के लिए किसी अनुमति

    वन विभाग की मुकसम्मती

    रास्ते के कामों पर मशिन के जरीए ब्लास्टींग हो रहा है, इसके लिए जिलेटीन जैसे विस्फोटक पदार्थ ईस्तेमाल होते दिख रहे है. इन पदार्थों के ईस्तेमाल पर पाबंदी होने के बावजुद कन्स्ट्रक्शन कंपनी की ओर से घातक विस्फोटक पदार्थ खुलेआम ईस्तेमाल हो रहे है, जिसपर कोई कारवाई न होने से यहां पर क्या इन पदार्थों के ईस्तेमाल को गृहविभाग ने मुकसम्मती दे रखी है, एैसा सवाल आम जनता द्वारा किया जा रहा है.