यवतमाल. पशु वैद्यकीय अस्पताल को सभी सुविधाएं युक्त अपडेट किया जाए. इस संदर्भ में कोब्रा एडवेंचर एंड नेचर क्लब की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से पशुसंवर्धन मंत्री को निवेदन भेजा गया. साथ ही हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया गया है.
बता दें कि कोब्रा एडवेंचर एंड नेचर क्लब संस्था साल 1997 से कार्यरत है. वन्यप्राणी, पंछियों की सुरक्षा का काम करने के अलावा जख्मी वन्यप्राणियों और पालतु प्राणियों के लिए सेवाव्रत कार्य करती है. जख्मी वन्यप्राणियों की जान बचाने के लिए जगह जगह पशुवैद्यकीय अस्पतालों की स्थापना की गई है. पशु वैद्यकीय अस्पतालों में प्राणीमित्र,गौरक्षण, पशुमालिक आदि लेते है. कालांतर से पशुवैद्यकीय अस्पताल पूरी तरह से उपेक्षा का शिकार है.
पशु चिकित्सा के लिए लगनेवाली साधन सामुग्री, अपडेटेड मशनरी का अभाव है. पशु वैद्यकीय अस्पतालों में डिजिटल एक्सरे/ सोनोग्राफी मशीन, ब्लड जांचने की व्यवस्था, औषधी व अन्य कचरा प्रबंधन, बायोमेडिकल वेस्ट डस्टबीन, सफाई कर्मचारी पदभरती, हाईड्रोलिक टेबल, मशीन, स्ट्रेचर, अस्पताल का रंगरोगन, पशुपालकों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था, रेती अथवा मिट्टी रहनेवाला शेड, घायल पशुओं को भरती करने के लिए जगह और पिंजरे आदि अत्यावश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की गई है.
हस्ताक्षर अभियान में निरंजन डोंगरे, आशीष खोब्रागडे, सुनील कैथवास, समृद्धी गिरोलकर, राज नेवारे, जसवंत वड्डे, रामनाथ भारे, सुभाष वायकोडे, देवानंद शेलणे, आदिल शेख, विधि शहाडे, ऋतिक शिंदे, विनोद दांडगे, कुणाल आठवले, मुकुल सुलभेवार, लक्ष्मण पाटील, कैलास पवार, भारत राठोड, सुधाकर गवई, किसन दानकर, श्रीकांत पडघने, इसराईल गफुर शेख, भूषण तलवारे, असित कांबले, अनुश्री सलाम, अक्षय किनाके, भूषण इवनाथे, शंकर राजुरकर, सागर त्रिवेदी, राहुल काले, धर्मपाल भितकर, हर्षल भितकर, प्रथमेश वानी, मयंक अहिर सहित अन्य शामिल हुए है.