Torn Sarees

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मारेगांव (सं). विभाग के माध्यम से सस्ते राशन दुकानदारों के माध्यम से मार्च माह में प्रत्येक अंत्योदय लाभार्थी को साड़ी का वितरण किया जा रहा है. लेकिन इनमें से कुछ साड़ियां साड़ियां फटी हुई और खराब गुणवत्ता की पाई गई हैं जिसके चलते सरकार ने गरीबों का मजाक उडाया है ऐसी प्रतिक्रियाए नागरिकों की ओर से व्यक्त की जा रही है. राज्य सरकार के वस्त्रोद्योग निदेशालय ने राज्य में अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को साड़ियां वितरित करने का निर्णय बड़े धूमधाम से लिया है.

राज्य सरकार ने राज्य में अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को साल में एक बार साड़ी वितरित करने का निर्णय लिया है. यह योजना राज्य मशीनरी निगम द्वारा क्रियान्वित की जा रही है. इस योजना के लिए, राज्य सरकार निगम को साड़ियों के उत्पादन, विज्ञापन, परिवहन, भंडारण और शिपिंग की लागत प्रदान करेगी. ऐसे में वर्ष 2023-24 के लिए निगम को एक साड़ी के लिए 355 रुपये दिये गये हैं. हाल ही में यवतमाल जिले के मारेगांव तहसील में 86 राशन दुकानों से इस योजना की शुरुआत की गई. अंत्योदय योजना के सात हजार 342 लाभार्थियों को साड़ियां वितरित की जा रही हैं. 

गरीबों से मजाक बंद करें

राशन दुकानदार द्वारा दी गई साड़ी फटकर घिस गई है. सरकार ने गरीबों का मजाक करना बंद करना चाहिए ऐसी प्रतिक्रिया शिवसेना उबाठा के जिला प्रमुख ने व्यक्त की है. गरीबों को सामने कर सरकार धूलफेक कर रही है. साड़ी वितरण भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है.

साड़ियां बदलकर ले सकती हैं महिलाएं

बड़ी मात्रा में साड़ियों का स्टॉक अंत्योदय कार्ड धारकों के लिए तहसील में आया है जो रास्त भाव धान्य दुकानदारों के जरिये वितरित किया जा रहा है. जिसमे अनेक लाभार्थी को  को फटी व निकृष्ट दर्जे की साड़ियां मिलने की शिकायतें प्राप्त हुई है. ऐसी महिलाओं ने सस्ते राशन दुकान जाकर व फटी साड़ियां एक्सचेंज कर लेना चाहिए वैसे अधिकार  दुकानदारों को दिए गये हैं.

-उत्तम नीलावाड, तहसीलदार मारेगांव

बहुत सस्ती साड़ियां हैं

यह सरकार ने घटिया दर्जे की साड़िया गरीब महिलाओं को वितरित की है. इस साड़ी की कीमत 355 रुपये बताई जा रही है. यह साड़ी काफी कम कीमत की इस तरह की साड़ियां वितरित करना यानी गरीब महिलाओं का मजाक उड़ाने जैसा कृत्य यह सरकार कर रही.

-विश्वास नांदेकर, उबाठा शिवसेना 

मणिपुर की महिलाओं का ख्याल नहीं

मणिपुर की हिंसा के दौरान यह सरकार ने महिलाओं के कपड़ो का राई बराबर भी विचार नही किया था. अब फिर यह सरकार माहाराष्ट्र की महिलाओं की साड़ी का क्या ध्यान रखेंगी हमारी मां बहनों को फटी साडी देकर यह सरकार ने महीलाओं के साथ घिनोना पन किया है.

-गौरीशंकर खुराणा, सभापति APMC