Indian army
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जम्मू. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने यहां अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अग्रिम चौकियों और गांवों पर बिना उकसावे की गोलीबारी का पूरी ताकत से जवाब दिया है। बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी चौकियों और सीमा बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है। साथ ही कुछ पाकिस्तानी सैनिक भी घायल हो गए हैं।

बीएसएफ के सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी पक्ष को भारी नुकसान हुआ। जवानों ने कई वॉच टावर और चौकियां नष्ट कर दी। सूत्रों ने बताया कि कई पाकिस्तानी रेंजर्स भी घायल हो गए और उन्हें एम्बुलेंस में अस्पतालों में ले जाया गया।

अरनिया इलाके में सात घंटे तक चली गोलीबारी

पाकिस्तान रेंजर्स ने 2021 के बाद से पहला बड़ा संघर्ष-विराम उल्लंघन कर गुरुवार रात आरएस पुरा सेक्टर के अरनिया इलाके में गोलीबारी की, जो लगभग सात घंटे तक चली। इस गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान और एक महिला घायल हो गई।

बीएसएफ ने कड़ा विरोध दर्ज कराया

बीएसएफ बिना उकसावे की गोलीबारी और मोर्टार दागने की घटनाओं पर शनिवार को पाकिस्तान रेंजर्स के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया। बीएसएफ के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि सुचेतगढ़ में एक सीमा चौकी पर कमांडर स्तर की बैठक में पाकिस्तान रेंजर्स के समक्ष विरोध दर्ज कराया गया। उन्होंने कहा कि बैठक करीब एक घंटा चली।

गोलीबारी में दो जवान घायल

17 अक्टूबर को अरनिया में बीएसएफ चौकी पर सीमा पार से हुई गोलीबारी में दो जवान घायल हो गए थे, जिसके बाद 10 दिनों में दोनों पक्षों के बीच यह दूसरी बैठक थी। इस सेक्टर में हुई घटना भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू एवं कश्मीर सीमा पर 25 फरवरी, 2021 को हुए संघर्षविराम का पहला उल्लंघन था। अधिकारियों ने कहा कि हालिया बैठक शांतिपूर्ण माहौल में हुई और दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बैठक में बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के सात-सात सदस्यों ने भाग लिया।