पंजाब के राज्यपाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक, सुरक्षा को लेकर चर्चा की

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    फाजिल्का/पंजाब: पंजाब (Punjab) के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित (Banwari Lal Purohit) ने मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) संग शनिवार को सीमा की स्थिति तथा सीमापार से मादक पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी के प्रयास को विफल करने के विषय पर चर्चा के लिए सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की।

    हालांकि, राज्यपाल की इस बैठक का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा ने इसे राज्य के अधिकारों पर हमला और मुख्यमंत्री के लिए ‘‘बड़ा अपमान” बताया है। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार इस बैठक का एजेंडा छह सीमाई जिलों की सुरक्षा को मजबूत करने की ठोस प्रणाली विकसित करना है, खासकर तब जब ‘‘पड़ोसी देश ड्रोन के माध्यम से मादक पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी कर पंजाब में अशांति पैदा करने के तौर-तरीके ढूढ रहा है।”

    विज्ञप्ति के मुताबिक बैठक में राज्यपाल, मुख्यमंत्री के साथ बैठक में सीमावर्ती गांवों के सरपंच और पंच भी शामिल हुए। राज्यपाल ने केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के बीच ‘पूर्ण समन्वय’ का आह्वान भी किया।

    इस बीच, कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने इस बैठक पर सवाल उठाया। खैरा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘यदि राज्यपाल को सीमावर्ती जिलों की सुरक्षा का जायजा लेना है तो भगवंत मान के लिए यह बड़ा अपमान है। यह केंद्र के नियुक्त ‘एजेंट’ को पंजाब के अधिकार सौंपना है। मान को हमारी स्वायत्तता पर इस ताजा हमले पर तुरंत अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।”

    सीमापार से आ रहे मादक पदार्थों के स्कूल जाने वाले बच्चों के हाथों में भी पहुंच जाने पर चिंता जताते हुए राज्यपाल ने लोगों से सहयोग की अपील की एवं उनसे ऐसी नापाक गतिविधियों को लेकर चौकन्ना रहने एवं सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करने को कहा।  पुरोहित ने कहा कि खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक कार्य की ओर मोड़ने के लिए ‘अग्निपथ’ नामक योजना शीघ्र ही प्रारंभ की जाएगी, जहां उन्हें चार से छह साल तक सेना में समुचित प्रशिक्षण एवं रोजगार प्रदान किया जाएगा।

    राज्यपाल ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार के समक्ष पंजाब के हित के मुद्दों को उठाने में मुख्यमंत्री की हर कोशिश में मैं पूरे हृदय से साथ दूंगा।” राज्यपाल ने कहा कि वह सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए हर तीन महीने में एक बार सीमावर्ती जिलों का दौरा करेंगे।  मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं चाहते हैं और इस संदर्भ में वह 12 अप्रैल को केंद्रीय गृहमंत्री से मिलेंगे एवं उनसे ड्रोन के जरिये होने वाले सीमापार अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पंजाब पुलिस को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्रणाली उपलब्ध कराने पर जोर देंगे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब शहीदों की भूमि है और यह शहीद-ए-आजम भगत सिंह, उधम सिंह और लाला लाजपत राय जैसे महान क्रांतिकारियों का जन्म स्थल है। उन्होंने कहा कि राज्य के वीर युवा देश की रक्षा के लिए सेना में सेवा देकर उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। मान ने कहा कि उनकी सरकार का युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विद्यालय, महाविद्यालय एवं कौशल विकास संस्थानों के अलावा सीमावर्ती क्षेत्रों में उद्योगों को लाने पर जोर रहेगा। (एजेंसी )