Mayor inspected water bodies on Chhath Mahaparva, gave many instructions

    Loading

    – ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची : झारखंड (Jharkhand) और बिहार (Bihar) का प्रसिद्ध और पावन महापर्व  छठ में अब महज दो दिन रह गए है, और यह पर्व जलाशय में ही मनाया जाता है। झारखंड के रांची जिले में  जलाशयों की स्थिति और छठ की तैयारी को लेकर मेयर डॉ. आशा लकड़ा (Dr. Asha Lakra) ने विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया। इस क्रम में उन्होंने दिव्यायन तालाब, तेतर टोली तालाब, जोड़ा तालाब, भरम टोली तालाब,  बड़गाईं तालाब और जुमार नदी छठ घाट का निरीक्षण किया। जोड़ा तालाब के निरीक्षण के दौरान मेयर ने रांची नगर निगम के अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जोड़ा तालाब छठ घाट के समीप छठ व्रतियों के लिए अस्थाई चेंजिंग रूम का निर्माण कराएं। 

    मेयर ने कहा कि लगभग सभी छठ घाट तैयार हो चुके हैं। जहां जेसीबी की आवश्यकता है, वहां जेसीबी की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जहां सफाईकर्मियों की आवश्यकता है, वहां सफाईकर्मियों के माध्यम से छठ घाटों की सफाई कराई जा रही है।  इस वर्ष लगभग सभी जलाशय और तालाब पानी से लबालब है। छठ व्रतियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए संबंधित तालाबों और जलाशयों में रेड रिबन लगाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि छठव्रती सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए तालाब में गहराई की ओर न जाएं। 

    जगन्नाथपुर तालाब की सफाई वीड हार्वेस्टर मशीन से कराई जा रही है

    मेयर ने यह भी कहा कि भरमटोली तालाब की सफाई में रांची नगर निगम के सफाईकर्मियों समेत स्थानीय लोगों ने भी सहयोग किया है। बड़गाईं तालाब की सफाई हो चुकी है, सिर्फ सीढ़ियों पर काई लगी हुई है। सफाईकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द तालाब की सीढ़ियों से शैवाल की सफाई करें। उन्होंने कहा कि रांची नगर निगम क्षेत्र के सभी पार्षद, जोनल सुपरवाइजर, सुपरवाइजर और सफाईकर्मी दिन-रात मेहनत कर छठ घाटों की सफाई कर रहे हैं। जगन्नाथपुर तालाब की सफाई वीड हार्वेस्टर मशीन से कराई जा रही है।

    रांची नगर निगम की ओर से भी सहयोग किया जाएगा

    आगामी छठ महापर्व से पूर्व भरम टोली तालाब के छठ घाट का भी निर्माण कराया जाएगा। मेयर ने स्थानीय लोगों के समक्ष घोषणा करते हुए कहा कि छठ घाट के निर्माण में रांची नगर निगम की ओर से भी सहयोग किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इतने कम समय मे कुछ तालाबों में फैले जलकुम्भी की सफाई संभव नहीं है, इसलिए तालाब के उस हिस्से की सफाई कराई गई है, जहां छठव्रती पूजा करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल काली पूजा और चित्रगुप्त पूजा के बाद कुछ तालाबों और जलाशयों में मूर्ति और पूजन सामग्रियां विसर्जित की जा रही है। उन्होंने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि तालाबों और जलाशयों में बनाए गए जलकुंड में ही मूर्ति और पूजन सामग्रियां विसर्जित करें, ताकि तालाब में गंदगी न फैले।

    निर्मल जल में छठव्रती सूर्यदेव की आराधना कर सकें

    उन्होंने यह भी कहा कि जुमार, पोटपोटो और स्वर्णरेखा नदी स्थित छठ घाटों की सफाई जेसीबी से कराई जा रही है, ताकि नदी के स्वच्छ और कलकल बहते निर्मल जल में छठव्रती सूर्यदेव की आराधना कर सकें। इस अवसर पर संबंधित वार्ड की पार्षद हुस्ना आरा, प्रीति रंजन, रांची नगर निगम के संबंधित अधिकारी और कर्मचारी, भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यालय मंत्री संजय महतो समेत पार्टी के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।