मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वाराणसी एयरपोर्ट के विस्तारीकरण संबंधी बैठक सम्पन्न

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    लखनऊ : प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) की अध्यक्षता में वाराणसी एयरपोर्ट (Varanasi Airport) के विस्तारीकरण संबंधी बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में वाराणसी एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी के दृष्टिगत एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (Advance Traffic Management System) की स्थापना, यात्रियों (Passengers) को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने, एयरपोर्ट को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने, विस्तारीकरण और खराब मौसम के बीच सुरक्षित लैंडिंग कर यात्रा को सुरक्षित बनाने के प्रयासों पर विस्तृत चर्चा हुई। 

    रनवे की लंबाई की आवश्यकता 4075 मीटर है 

    बैठक में चर्चा के दौरान नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा बताया गया कि मौजूदा रनवे केवल ‘कोड-4सी’ प्रकार के एयरक्राफ्ट को ही पूरा कर सकता है। जबकि इस हवाई अड्डे से ‘कोड-4ई’ प्रकार के विमानों को संचालित करने के लिए 4075 मीटर की रनवे लंबाई की आवश्यकता है। अतः हवाई अड्डे से ‘कोड-4ई’ विमान संचालित करने के लिए राज्य सरकार से 260.4 एकड़ भूमि की मांग की गई है। प्रस्तावित रनवे के तहत NH-56 के लिए अंडरपास भी निर्मित होना है।

    कुल 260.4 एकड़ भूमि की जरूरत

    मुख्य सचिव से चर्चा के दौरान नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रस्तावित 260.4 एकड़ भूमि में एयर साइड इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में रनवे का विस्तार 4075 मी. ‘कोड-4ई’ विमान संचालित करने के लिए किया जाना है, जिसके लिये कुल 260.4 एकड़ भूमि की जरूरत है। इसके साथ ही रनवे की एयरक्राफ्ट हैंडलिंग क्षमता को बढ़ाने के लिए पूर्ण लंबाई के समानांतर टैक्सी ट्रैक का निर्माण, रनवे 09 पर कैट-।।। प्रिसिजन अप्रोच लाइट की स्थापना और रनवे 27 पर सिंपल एप्रोच लाइट की स्थापना की जाएगी।

    इसके अतिरिक्त, टर्मिनल भवन और शहर के विकास के लिए 89.6 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी, इस पर बैठक में विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। बैठक में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री और नागरिक उड्डयन एस.पी.गोयल, विशेष सचिव मुख्यमंत्री और निदेशक उड्डयन कुमार हर्ष सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।