-राजेश मिश्र
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) प्रभारी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra) के ग्लैमर की काट में जुटी भाजपा (BJP) ने हालिया भाजपा में शामिल हुई तीन महिलाओं सहित अन्य को इसकी कमान सौंपी है। ध्रुवीकरण के सहारे चुनावी मुहिम को साधने में लगी भाजपा अब युवाओं खासकर लड़कियों में प्रियंका गांधी के बढ़ते क्रेज से सतर्क हो गई है। भाजपा ने कांग्रेस महासचिव के समानांतर जिन तीन महिलाओं को मैदान में उतारा है। उनमें प्रियंका गांधी के बहुप्रचारित “लड़की हूं लड़ सकती हूं” अभियान की पोस्टर गर्ल रही और अब भाजपा नेता प्रियंका मौर्य (Priyanka Maurya), कभी प्रियंका गांधी की खास करीबी रही कांग्रेस की पूर्व विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) और अभी हाल ही में भाजपा ज्वाइन करने वाली मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) का नाम शामिल है। भाजपा ने इन युवा महिला नेताओं को प्रियंका गांधी की “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” की काट में लगा दिया है।
ऐसे में जहां मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव और भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और सांसद संघमित्रा मौर्य समाजवादी पार्टी की घेराबंदी करेंगी, वहीं कांग्रेस की पोस्टर गर्ल रहीं प्रियंका और विधायक अदिति कांग्रेस के दावों का जवाब देंगी। इसके अलावा पार्टी की अन्य महिला पदाधिकारियों को आगे कर और अपने दो चरण के घोषित प्रत्याशियों में करीब पच्चीस महिलाओं को मैदान में उतारकर महिला सशक्तिकरण का सन्देश देने की कोशिश किया है।
कांग्रेस को अवश्य मिलेगा लाभ: प्रमोद तिवारी
उधर, कांग्रेसी खेमे में प्रियंका गांधी के “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” अभियान की सफलता को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी ने अपने एक साक्षात्कार में दावा किया कि उत्तर प्रदेश के मतदाताओं में 70% से अधिक जनसंख्या 45 वर्ष से कम उम्र के मतदाताओं की है, जिनमें प्रियंका गांधी को लेकर एक खास आकर्षण और क्रेज है। वहीं “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” अभियान को लेकर युवा महिलाओं और छात्राओं में भी खासा उत्साह है जिसका लाभ कांग्रेस को अवश्य मिलेगा।
डोर-टू-डोर जनसंपर्क की शुरुआत
भाजपा की इस महिला ब्रिगेड में और भी कई नाम शामिल हैं जिनमें मृगंका सिंह, रिया शाक्य, अंजुला माहौर, प्रियंका सिंह, अर्चना मिश्रा और संघमित्रा मौर्य का नाम प्रमुख रूप से हैं। रविवार को इन महिलाओं ने राजधानी लखनऊ की सड़कों पर उतरकर भाजपा के डोर-टू-डोर जनसंपर्क की शुरुआत किया। इस दौरान अपर्णा, अदिति और प्रियंका मौर्य ने अपने हाथों में “बहु-बेटी को सुरक्षा और अधिकार, मुफ्त राशन गरीबों के द्वार और बेहतर सुरक्षा और क़ानून व्यवस्था में सुधार” जैसे पोस्टर लिया था।
महिलाओं को बता रही हैं योगी सरकार की उपलब्धियां
गौरतलब है कि प्रिंयका सिंह रावत बाराबंकी से सबसे कम उम्र की सांसद हैं और वह पार्टी में सगंठन महामंत्री भी हैं। फिलहाल प्रियंका के पर पार्टी में महिलाओं को जोड़ने, राज्य सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए कदमों और योजनाओं के प्रचार-प्रसार करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह प्रदेश मंत्री के पद पर तैनात अर्चना मिश्रा भी डोर-टू-डोर कैंपेन चला कर सरकार की योजनाओं की जानकारी महिलाओं को दे रही है। इस दौरान घर की महिलाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को बताने के साथ ही योगी सरकार में महिलाओं की प्राथमिकताओं की जानकारी भी दी जा रही है।
भाजपा ने दिया महिलाओं को टिकट
इसके अलावा भाजपा ने अभी तक अपने पहले और दूसरे चरण के लिए घोषित प्रत्याशियों की सूची में करीब दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं को टिकट देकर भाजपा के महिला सशक्तिकरण मिशन को आधी आबादी तक पहुचाने का काम किया है। बीजेपी ने अपनी पहली सूची में दस और दूसरी में पंद्रह महिलाओं को मैदान में उतारा है। इनमें पूर्व मंत्री अर्चना पांडेय और निलिमा कटियार के अलावा पार्टी ने कैराना से हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह और बिधूना से विधायक रहे विनय शाक्य की बेटी रिया शाक्य को चुनावी समर में उतारा है। फिलहाल बिधूना से भाजपा विधायक रहें विनय शाक्य पार्टी छोड़ सपा में शामिल हो चुके हैं और भाजपा ने उसी सीट से विनय शाक्य की बेटी रिया शाक्य को मैदान में उतारकर सपा को जवाब दिया है। इसके अलावा बीजेपी ने हाथरस की सुरक्षित सीट से अंजुला माहौर को प्रत्याशी बनाकर अपने महिला सशक्तिकरण के एजेंडे का एक संदेश देने की कोशिश किया है।