उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में NEET की परीक्षा दिए बिना ही मेडिकल में एडमिशन हो जाने का मामला सामने आया है। मामले का खुलासा होने पर सरकार हरकत में आ गई है। और जाँच के आदेश दे दिए हैं। खबरों के अनुसार NEET की परीक्षा दी बिना ही BMS और BUMS में प्रवेश देने के मामला प्रकाश में आया है। छात्रों का आरोप है कि यूपी के सरकारी कॉलेजों (government colleges) में 5-5 लाख रुपये लेकर और प्राइवेट कॉलेजों (private colleges) में 3-4 लाख रुपये लेकर एडमिशन दिए गए हैं।
BMS और BUMS में प्रवेश में कदाचार का मामला सामने आया था। जिन छात्रों ने NEET की परीक्षा नहीं दी थी उनको भी प्रवेश देने का मामला सामने आया। सरकार जांच करवाकर कार्रवाई करेगी। हम भ्रष्टाचार और कदाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं: यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक pic.twitter.com/LhLiuFBxsq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2022
उत्तर प्रदेश के उपमुख्य मंत्री ब्रिजेश पाठक (Brijesh Pathak) ने कहा कि BMS और BUMS में प्रवेश में कदाचार का मामला सामने आया था। जिन छात्रों ने NEET की परीक्षा नहीं दी थी उनको भी प्रवेश देने का मामला सामने आया। सरकार जांच करवाकर कार्रवाई करेगी। हम भ्रष्टाचार और कदाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों में फर्जी एडमिशन का बड़ा मामला सामने आया है। यूपी के आयुर्वेद, होम्योपैथिक और यूनानी कॉलेजों में उन छात्रों को भी एडमिशन दिया गया है, जिन अभ्यर्थियों का नाम NEET-2021 की मेरिट में भी नहीं था। विभाग ने करीब 891 छात्रों के एडमिशन को फर्जी बताया है। इस मामले में पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश, आईटीए एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।