Ramkishore Trivedi

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    -राजेश मिश्र 

    लखनऊ : उत्तर प्रदेश  (Uttar Pradesh) में चुनावी चौसर सज चुकी है और सभी दलों के सम्भावित प्रत्याशी अपनी-अपनी विधानसभा (UP Assembly Election) में जोर लगाए पड़े हैं। इसी कड़ी में मुंबई (Mumbai) में लम्बे समय तक पत्रकारिता (Journalism) कर चुके और अब यूपी की राजनीति (UP Politics) में अपनी धमक जमाने में लगे रामकिशोर त्रिवेदी (Ramkishor Trivedi) कांग्रेस का गढ़ रहे रायबरेली (Rae Bareli ) की सरेनी विधानसभा सीट (Sareni Assembly Seat) पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का झंडा बुलंद किये हुए हैं। करीब तीन से चार लाख मतदाताओं वाले सरेनी विधानसभा सीट पर 2017 के चुनाव में भाजपा का कब्जा रहा और बसपा दूसरे नम्बर पर रही थी। फिलहाल सरेनी विधानसभा में सरकार विरोधी लहर और ब्राह्मणों की नाराजगी साफ़ तौर पर देखी जा रही है।

    सरेनी विधानसभा की जातिगत समीकरण पर नजर डालें तो यहाँ करीब 95 हजार की संख्या में ब्राह्मण, यादव व बाकी ओबीसी जातियों की संखा करीब 60 हजार और क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या लगभग 40 हजार है। पिछले चुनाव में ब्राह्मणों का रुझान भाजपा के साथ होने के चलते भाजपा ने यहाँ पर अपनी जीत दर्ज किया था, लेकिन इसबार मामला कुछ अलग दिख रहा है। पिछले परिणामों पर नजर डालें तो भाजपा 60 हजार मत पाकर नम्बर वन रही थी तो बसपा 52 हजार मतों के साथ दूसरे नम्बर पर और समाजवादी पार्टी तीसरे नम्बर पर रही थी।   

    2022 में बदलाव होकर रहेगा 

    पत्रकारिता छोड़ राजनेता बने रामकिशोर त्रिवेदी सरेनी विधानसभा क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं और उनका मानना है कि सरेनी के  युवाओं, किसानो और महिलाओं में काफी उत्साह है और 2022 में बदलाव होकर रहेगा। उनका कहना है कि फिलहाल यह उत्साह पूरे प्रदेश में ही है जिसके चलते होने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा और यूपी में अखिलेश यादव के नेतृत्व में एक बार फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। 

    भाजपा का सूपड़ा साफ़ हो जायेगा

    पूर्व वरिष्ठ पत्रकार राम किशोर त्रिवेदी का कहना है कि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के युवाओं के किसानो और महिलाओं बीच बेहद लोकप्रिय हैं। यूपी में योगी आदित्यनाथ की गरीब विरोधी और दमनकारी नीतियों के कारण भाजपा का सूपड़ा साफ़ हो जायेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों में बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं क्योंकि देश के सबसे बड़े राज्य के लोग योगी सरकार की विभाजनकारी नीतियों से तंग आ चुके हैं।

    अखिलेश यादव एक दूरदर्शी नेता 

    बताते चलें मुंबई और नई दिल्ली में एक राजनीतिक पत्रकार के रूप में 27 वर्षों तक काम करने के बाद, त्रिवेदी 2020 में मुंबई इकाई के प्रवक्ता के रूप में कांग्रेस में शामिल हुए। लेकिन छह महीने पहले वह कांग्रेस छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये और तब से लगातार सरेनी विधानसभा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बनाये हुए हैं। त्रिवेदी का कहना है कि अखिलेश यादव एक दूरदर्शी नेता हैं और जनता अब उनको देश का भविष्य मानती है। साथ ही युवाओं के मन को भी अच्छी तरह वे समझते हैं और यही कारण है कि वह युवाओं के कल्याण, लैपटॉप, रोजगार, बिजली के अलावा अन्य चीजों के बारे में बात कर रहे हैं। रामकशोर त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री योगी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूपी सरकार के अधिकारियों ने माना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लैपटॉप चलाना नहीं आता है, इसलिए कोई कल्पना कर सकता है कि वह करोड़ों युवाओं के दिमाग को कैसे समझेंगे। 

    सरेनी निर्वाचन क्षेत्र से हो सकते हैं सपा उम्मीदवार

    रायबरेली जिले के सरेनी निर्वाचन क्षेत्र से सपा का टिकट मांग रहे त्रिवेदी ने भाजपा पर समाज में जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव और नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि दुनिया में भारत की पहचान एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की रही है जिसमें कई धर्मों के लोग एक साथ मिलजुलकर रहते हैं। लेकिन अगर कोई विचारधारा जो हमारी इस संस्कृति को नष्ट करने का काम कर रही है, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी देश के संविधान का पालन करती है जो समाजवादी विचारधारा का मार्ग दिखाता है। हमारे नेता अखिलेश यादव संविधान को बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और इसलिए समाजवादी और अम्बेडकरवादी विचारकों को उनका समर्थन करने के लिए एक साथ आगे आना होगा।

    प्रदेश के युवा बेरोजगार हो रहे हैं

    उनका कहना है कि लोगों को अपने अच्छे भविष्य के लिए भाजपा की निरंकुश योगी सरकार को हटाना होगा और उनकी जगह अखिलेश यादव  को लाना होगा।  अखिलेश यादव को हिंदू होने पर गर्व है, लेकिन वह वोट के लिए अपने धर्म का इस्तेमाल नहीं करते हैं। सपा नेता ने योगी सरकार के दौरान विकास कार्यों को ठप होने का दावा करते हुए कहा कि किसान, युवा और व्यवसायी और अन्य सभी तबके के लोग बदलाव चाहते हैं।  प्रदेश के युवा बेरोजगार हो रहे हैं। बीजेपी सरकार विरोधियों को निशाने पर ले रही है और विपक्ष को बदनाम करने और उनका मनोबल गिराने के लिए एक बार फिर आयकर अधिकारियों द्वारा छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि आज किसानों की आय आधी रह गई है और वे इस सरकार को हटाने के लिए चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।