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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक बार फिर जिलों (Districts) और शहरों (Cities) को नामों को लेकर राजनीति शुरु हो गई है। जानकारी के मुताबिक, पहले कार्यकाल की ही तर्ज पर योगी सरकार (Yogi Govt., ) इस बार भी कुछ जिलों और शहरों के नाम बदल सकती हैं। मिली जानकारी के अनुसार, अब प्रदेश में 12 जिलों के नाम बदलने को लेकर मुहिम शुरु की गयी है। इनमें से कई जिलों का नाम बदलने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों की ओर से प्रस्ताव दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि 12 जिलों के नाम बदलने को लेकर विचार हो सकता है। इनमें से सबसे पहले अलीगढ़ (Aligarh), फर्रुखाबाद (Farrukhabad), बदायूं (Badaun), सुल्तानपुर, फिरोजाबाद (Firozabad) और शाहजहांपुर का नाम बदले जाने की खबर है। इन 6 जिलों से सरकार को नाम बदलने के लिए प्रस्ताव भी भेजे जा चुके हैं। 

    गैर जिला मुख्यालय वाले शहरों में सहारनपुर के देवबंद का नाम भी बदल कर देववृंद  किया जा सकता है। देवबंद का नाम बदलने को लेकर वहां के विधायक ब्रजेश कुमार ने प्रस्ताव दिया है।

    कई जिलों से नाम बदलने के प्रस्ताव आने लगे 

    नयी सरकार के पदभार ग्रहण करने के साथ ही प्रदेश के कई जिलों से नाम बदलने के प्रस्ताव आने लगे हैं। प्रदेश सरकार में भी नाम बदलने को लेकर मंथन शुरु हो गया है। योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में फैजबाद जिले का नाम बदल कर अयोध्या और इलाहाबाद का प्रयागराज किया गया था। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने मुगलसराय जंक्शन का नाम बदल कर दीनदयाल उपाध्याय करने की अनुशंसा की थी, जिसे केंद्र सरकार ने मान लिया था। अलीगढ़ की जिला पंचायत ने जिले का नाम बदल कर हरिगढ़ या आर्यगढ़ करने का, फर्रुखाबाद के सांसद मुकेश राजपूत ने जिले का नाम पांचाल नगर करने का प्रस्ताव भेजा है। अलीगढ़ जिले का नाम बदल कर हरिगढ़ करने की मांग सबसे पहले 2015 में विश्व हिन्दू परिषद ने की थी। 

    बदांयू जिले का नाम बदलेगा!

    इससे पहले सुल्तानपुर जिले के तत्कालीन विधायक देवमणि द्विवेदी ने जिले का नाम बदल कर कुशभवनपुर करने की सिफारिश की थी। गाजीपुर की पूर्व भारतीय जनता पार्टी विधायक अलका राय ने जिले का नाम बदल कर गाधिपुरी करने का प्रस्ताव दिया था। खुद चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ने बदांयू जिले को वेदों के पठन-पाठन का स्थान का स्थान बताया था और अब इसका नाम बदल कर वेदमऊ करने का प्रस्ताव दिया गया है। योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर और शाहजहांपुर का नाम शाजीपुर करने का प्रस्ताव दिया था। बीते साल अगस्त में ही जिला पंचायत ने मैनपुर का नाम बदल कर मयनपुरी करने का प्रस्ताव पारित किया था। आगरा जिले का नाम बदल कर अग्रवन किए जाने की भी मांग लंबे समय से उठायी जा रही है।

    विधानसभा के आगामी सत्र में कुछ नामों में परिवर्तन का प्रस्ताव रखा जाएगा

    प्रदेश सरकार के अधिकारियों के मुताबिक, जिलों के नाम बदलने के लिए ठोस साक्ष्यों के साथ प्रस्ताव विधानसभा में पेश होगा औऱ वहां से मंजूरी मिलने के बाद इसे केंद्र को भेजना होगा। विधानसभा के आगामी सत्र में कुछ नामों में परिवर्तन का प्रस्ताव रखा जा सकता है। माना जा रहा है कि सभी एक दर्जन जिलों का नाम बदलने का काम एक साथ न करके, बल्कि मांग के अनुसार किया जाएगा। जिन जिलों का नाम बदलने की मांग पहले से चल रही है पहले उन पर विचार किया जाएगा।