UP VIDHAN SABHA

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: यूपी (UP) में विधान परिषद (MLC Election) चुनावों में भी पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) की तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। कई जगहों पर विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशियों को नामांकन दाखिल करने से रोका गया और मारपीट की गई। नामांकन पत्रों की जांच के दौरान मंगलवार को कई जिलों में समाजवादी पार्टी प्रत्याशियों (Samajwadi Party Candidates) के पर्चे खारिज कर दिए गए। सपा (SP) नेता और एटा-मैनपुरी से प्रत्याशी उदयवीर सिंह के साथ मंगलवार को नामांकन पत्र की जांच के लिए जाते समय मारपीट की गई और दौड़ाया गया। अब तक दो जिलों से बीजेपी (BJP) के प्रत्याशी निर्विरोध एमएलसी बन चुके हैं। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी कोटे की 36 सीटों के लिए चुनाव चल रहा है। सोमवार को नामांकन का अंतिम दिन था, जबकि 9 अप्रैल को मतदान और 12 अप्रैल को मतगणना होगी।

    उत्तर प्रदेश के एटा और मथुरा जिले में सपा प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त कर दिया गया है। स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र एटा-मथुरा-मैनपुरी से दो विधान परिषद सदस्य चुने जाते हैं। सपा ने इस चुनाव में उदयवीर सिंह और राकेश यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था। दोनों ही प्रत्याशियों ने अपने नामांकन के दो-दो सेट जमा किए थे।

    बीजेपी के दोनों प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए जाएंगे

    मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान सपा प्रत्याशी मुकाबले से बाहर हो गए हैं। इस तरह यहां से बीजेपी के दोनों प्रत्याशी निर्विरोध विधान परिषद के लिए चुन लिए जाएंगे। हालांकि इनके विधिवत निर्वाचन का एलान 24 अप्रैल को होगा जब प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी की जाएगी। इस सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी आशीष यादव औऱ ओमप्रकाश सिंह अब निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे।

    बुलंदशहर में सुनीता शर्मा का पर्चा खारिज

    मंगलवार को ही नामांकन पत्रों की जांच के दौरान बुलंदशहर में सपा-राष्ट्रीय लोकदल की संयुक्त प्रत्याशी सुनीता शर्मा का पर्चा खारिज कर दिया गया है। इसके साथ ही इस सीट पर नामांकन भरने वाले दो अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के पर्चे भी खारिज कर दिए गए हैं। अब बुलंदशहर सीट से बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र भाटी का निर्विरोध एमएलसी चुना जाना तय हो गया है। गौरतलब है कि 2016 के चुनाव में नरेंद्र भाटी सपा प्रत्याशी के तौर पर जीत कर विधान परिषद सदस्य बने थे पर इस बार विधानसभा चुनावों के ठीक पहले वो बीजेपी में शामिल हो गए थे। उधर पर्चा खारिज होने से सपा-गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी के समर्थकों में रोष है और  सुरक्षा के नजरिए से कलक्ट्रेट परिसर को छावनी बना दिया गया है।

    प्रत्याशी उदयवीर सिंह के साथ एटा में जमकर मारपीट 

    सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी, पूर्व विधान परिषद सदस्य और एट-मैनपुरी-मथुरा सीट से प्रत्याशी उदयवीर सिंह के साथ एटा में बीजेपी समर्थकों ने जमकर मारपीट की। मंगलवार को नामांकन पत्र की जांच के लिए जाते समय उदयवीर को बीजेपी कार्यकर्त्ताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर रोक कर वापस जाने के लिए कहा। मना करने पर उनके साथ मारपीट की गई और दौड़ाया गया। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही। घटना के वायरल वीडियों में पुलिस की मौजूदगी में बीजेपी कार्यकर्त्ता उदयवीर की पिटाई कर रहे हैं। किसी तरह नामांकन पत्र की जांच के अंदर पहुंचे उदयवीर का पर्चा भी खारिज हो गया। इससे पहले सोमवार को नामांकन का दूसरा सेट दाखिल करने पहुंचे उदयवीर की भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने पिटाई की थी और उनके वकील के हाथ से पर्चा छीन लिया था।

    सपा नेताओं ने  चुनाव में धांधली की शिकायत की

    उधर, लखीमपुर जिले में भी समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी का पर्चा खारिज हो गया है। लखीमपुर से सपा ने अनुराग पटेल को प्रत्याशी बनाया है। अधिकारियों का कहना है कि सपा प्रत्याशी ने जिस वकील से शपथ पत्र नोटरी कराई उसका रिनीवल नहीं हुआ है। वहीं सपा प्रत्याशी ने भाजपा की शिकायत पर नामांकन खारिज करने का आरोप लगाया है। विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकारी कोटे की सीटों के चुनावों में सत्ताधारी दल की मनमानी के खिलाफ सोमवार को सपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग पहुंचा था और ज्ञापन सौंपा था। मंगलवार को अपने प्रत्याशियों के नामांकन खारिज किए जाने की खबर पाते ही फिर से सपा का डेलिगेशन निर्वाचन आयोग से मिला। सपा नेताओं ने आयोग के अधिकारियों से एमएलसी चुनाव में धांधली की शिकायत की।