बरेली : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बंदरों (monkeys) का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लोग घरों में रहने को मजबूर हो गए हैं। बच्चे (Children) घर से बाहर निकलने में डरते हैं। यहां बंदरों के हलने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। प्रदेश के कानपुर, बरेली, उन्नाव, फतेहपुर जैसी जिलों में इनका आतंक सबसे ज्यादा है। बरेली (Bareilly) में बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि अब लोग घरों में ही रह रहे हैं। इसको लेकर यहां के महापौर ने 10 हजार बंदरों को पकड़ने की अनुमति मांगी है।
बरेली महापौर उमेश गौतम (Umesh Gautam) ने कहा कि बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं। हमने 10 हज़ार बंदरों को पकड़ने की अनुमति मांगी है। उम्मीद है कि अनुमति इसी महीने मिल जाएगी, फिर खतरनाक बंदरों को जंगल में छोड़ा जाएगा।
उत्तर प्रदेश: बरेली में बंदरों के आतंक से लोगों को घर में रहना पड़ रहा है।
महापौर उमेश गौतम ने कहा, “बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं। हमने 10 हज़ार बंदरों को पकड़ने की अनुमति मांगी है। उम्मीद है कि अनुमति इसी महीने मिल जाएगी, फिर खतरनाक बंदरों को जंगल में छोड़ा जाएगा।” (17.10) pic.twitter.com/6ieIpqxCHV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2022
बता दें कि कुछ माह पहले ही बरेली के नकटिया नदी किनारे खेल रही पांच वर्षीय बच्ची पर हमला करके बंदरों ने उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। साथ खेल रहे बच्चों ने भागकर गांव में सूचना दी तो लोग दौड़े, लहूलुहान बच्ची को छुड़ाकर अस्पताल लेकर भागे मगर भर्ती कराने के कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। इकलौती बेटी की मौत से इलाके में डर का माहौल पैदा हो गया था। इन दिनों फिर से बंदरों का आतंक बड़ा है।