Keshav Prasad Maurya

    Loading

    लखनऊ : बीजेपी (BJP) की महिला नेता समेत पत्रकारों और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी करने वाले सपा के ट्विटर हैंडल (Twitter Handle) संचालक पर हो रही कानूनी कार्रवाई (Legal Action) में अडंगा डालने पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav) और उनके समर्थकों को आड़े हाथ लिया है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सोशल मीडिया (Social Media) पर गुंडई करने वाले लोगों को बचाने के लिए सपा प्रमुख अपने समर्थकों के साथ पुलिस मुख्यालय पर गुंडई करना चाहते हैं। हालांकि वो भूल गए हैं कि यह योगी आदित्यनाथ की सरकार है और यहां कानून को अपना काम करने से कोई नहीं रोक सकता। प्रदेश में गुंडों के लिए कोई स्थान नहीं है। सोशल मीडिया हो या कोई भी क्षेत्र किसी को आम नागरिकों के अधिकारों का हनन नहीं करने दिया जाएगा। वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि आरोपी पर पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई की है। उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी के आरोप में यूपी पुलिस ने सपा के सोशल मीडिया संचालक मनीष जगन अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। उनके समर्थन में अखिलेश यादव अपने समर्थकों के साथ पुलिस मुख्यालय पहुंच गए। उनके समर्थकों ने मुख्यालय के बाहर नारेबाजी और प्रदर्शन भी किया। समाजवादी पार्टी ट्विटर हैंडल के संचालक को हजरतगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। समाजवादी पार्टी के टि्वटर हैंडल से की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर हजरतगंज कोतवाली में तीन केस दर्ज कराए गए थे। बताया गया है कि मनीष जगन अग्रवाल ही सपा का टि्वटर अकाउंट हैंडल करता था और वह सीतापुर का रहने वाला है। 

    प्रदेश में गुंडों के लिए नहीं है कोई स्थान 

    डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज चल रहा है और इसे किसी भी हालत में समझौता नहीं किया जाएगा। सोशल मीडिया पर लोग अपने विचार साझा करते हैं। दो विपरीत विचारधारा के लोग भी आपस में बातचीत करते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें बलात्कार या जान से मारने की धमकी दी जाए। ये बेहद शर्म की बात है और ऐसे गुंडों की पैरवी के लिए एक राजनीतिक दल का प्रमुख भी गुंडे जैसी हरकत कर रहा है। उत्तर प्रदेश की पुलिस अपना काम कर रही है और मामले को देखा जा रहा है। जिस तरह के आरोप हैं वो बेहद गंभीर हैं और किसी को भी किसी आम नागरिक के खिलाफ इस तरह के व्यवहार की अनुमति नहीं दी जा सकती। यूपी पुलिस मामले में साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी और अडंगा लगाने वालों के साथ भी कानून के हिसाब से निपटेगी। 

    मनीष पर हैं कई गंभीर आरोप 

    एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद इलेक्ट्रॉनिक फुटप्रिंट और सर्विस प्रोवाइडर से सभी सूचनाएं एकत्रित करने के बाद इस मामले में विधिक और नियमानुसार कार्रवाई की गई है। आरोपी ने मर्यादा की सीमा पार कर ट्वीट किए। अभियुक्त को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 153ए, 295ए, 500, 505 और आईटी एक्ट की अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि मनीष जगन अग्रवाल पर सिर्फ अभद्र टिप्पणी ही नहीं, बल्कि जान से मारने और बलात्कार जैसी धमकी देने के भी आरोप हैं। 6 जनवरी को लखनऊ में बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज डॉ. ऋचा राजपूत ने समाजवादी पार्टी मीडिया सेल नाम के टि्वटर हैंडल पर रेप और जान से मारने की धमकी दिए जाने पर मुकदमा दर्ज करवाया था। इसके साथ ही ऋचा राजपूत ने अपने साथ कुछ भी होने पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जिम्मेदार बताया था। बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी ऋचा राजपूत ने अपने शिकायत में कहा था कि समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जान से मारने और बलात्कार की धमकी दी जा रही है, मुझे कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी अखिलेश यादव की होगी। ऋचा की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने हजरतगंज पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया था।

    कई केस कराए जा चुके हैं दर्ज 

    ऋचा राजपूत का आरोप है कि समाजवादी पार्टी के टि्वटर हैंडल से लगातार अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। इससे पहले सपा मीडिया सेल @MediaCellSP नाम के इस अकाउंट पर आरएसएस से जुड़े प्रमोद कुमार पांडे ने विभूति खंड थाने में केस दर्ज करवाया था। उन्होंने भी अभद्र भाषा का उपयोग करने का इल्जाम लगाया था। इससे पहले बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के खिलाफ अदालत में परिवाद दायर किया है, जिसमें उन्होंने समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल द्वारा लगातार परिवार और अन्य मामलों पर धमकी और अभद्र भाषा की जाने का आरोप लगाया था। साथ ही एक महिला पत्रकार समेत दो पत्रकारों ने भी सपा मीडिया सेल @MediaCellSP के खिलाफ लखनऊ के अलग-अलग स्थानों में अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी।

    पत्रकारों और चुनाव आयोग पर भी अभद्र टिप्पणियां 

    सपा के इस मीडिया सेल ट्विटर हैंडल से बीजेपी नेताओं, महिला नेताओं और पत्रकारों के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणियां लगातार की जाती रही हैं। इस हैंडल से पत्रकारों को दलाल और दो कौड़ी के पत्रकार तक कहा जाता रहा है तो वहीं चुनाव आयोज जैसी संवैधानिक संस्था पर भी अभद्र भाषा का उपयोग किया गया है। मनीष पांडे नाम के एक पत्रकार के साथ इस ट्विटर हैंडल से लगातार अभद्र टिप्पणियां की गई हैं। यही नहीं, इस हैंडल से जुड़े सपा के गुंडे भी पत्रकारों और भाजपा नेताओं को लगातार टारगेट कर रहे हैं और गालियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ-साथ फेक न्यूज और अफवाहों के माध्यम से प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को बिगाड़ने की भी कोशिश की जाती रही है। यही नहीं, मनीष जगन अग्रवाल के व्यक्तिगत ट्विटर हैंडल से गौमाता और गौसेवा के लिए भी अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया जा चुका है।