कुशीनगर (उत्तर प्रदेश): कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में शादी की रस्म के दौरान कुएं में गिरने से 13 लड़कियों एवं महिलाओं की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बृहस्पतिवार को बताया कि नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के नौरंगिया टोला में बुधवार रात करीब 10 बजे परमेश्वर कुशवाहा नामक व्यक्ति के घर में शादी के लिए हल्दी की रस्म हो रही थी और कुछ महिलाएं एवं लड़कियां कुएं के ऊपर लगे जाल पर बैठकर रस्म अदा कर रही थीं।
इस दौरान वह जाल टूट गया और उस पर बैठे सभी लोग कुए में जा गिरे। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इस घटना में कुल 13 लोगों की मौत हुई है। इनमें पूजा (19), शशि कला (15), शकुंतला (35), ममता देवी (35), मीरा (25), पूजा (20), परी (एक), ज्योति (15), राधिका (16), सुंदरी (15), आरती (10), पप्पी (20) और मनु (18) शामिल हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि इस हादसे में करीब 10 अन्य लोग जख्मी भी हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपए की सहायता दी जाएगी।
UP | 13 women have died. The incident occurred last night at around 8.30 pm in the Nebua Naurangia, Kushinagar. The incident happened during a wedding program wherein some people were sitting on a slab of a well & due to heavy load,the slab broke: Akhil Kumar, ADG, Gorakhpur Zone pic.twitter.com/VaQ8Sskjl2
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 17, 2022
उन्होंने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। मामले की जांच की जा रही है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को हादसे में घायल लोगों के समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।
पूरे मामले पर एडीजी गोरखपुर जोन अखिल कुमार ने कहा कि इस घटना में 13 लोगों की मृत्यु हुई है और मृतक में सभी महिलाएं हैं। अन्य सहायक कार्रवाई की जा रही है। STRF की टीम बुलाई गई है जो फिर से सर्च करेंगे। कुशीनगर के डीएम एस. राजलिंगम ने कहा कि नौरंगिया टोला गांव में एक पुराना कुआं था जो स्लैप से ढका था। पूजा-पाठ के दौरान बच्चे और महिलाएं उसके ऊपर बैठे हुए थे, इस दौरान स्लैप नीचे चला गया और मलबा उनके ऊपर गिर गया। प्रत्येक मृतक के परिजन को 4 लाख रुपए आर्थिक सहायता दी जाएगी।