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    दिल्ली: ChatGPT चैटबॉट्स की बढ़ती लोकप्रियता को Google के लिए बहुत खतरनाक माना जाता है। इसमें चैट जीपीटी को टक्कर देने के लिए गूगल ‘बार्ड’ नाम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट लॉन्च करने की भी तैयारी कर रहा है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले हफ्तों में इस नए चैटबॉट को लॉन्च कर दिया जाएगा। इससे पहले परीक्षकों का एक समूह ‘बार्ड’ का परीक्षण करेगा। बार्ड Google के लैंग्वेज मॉडल LaMDA पर बनाया गया है। Google ने अपने सर्च इंजन के लिए नए AI टूल्स की घोषणा की। गूगल के बॉस सुंदर पिचाई ने कहा कि बार्ड के माध्यम से हम अपने भाषा मॉडल की पावर, इंटेलिजेंस और क्रिएटिविटी के साथ दुनिया के ज्ञान को एक साथ लाना चाहते हैं। पिचाई ने कहा कि वह चाहते हैं कि गूगल की एआई सेवाएं रेस्पोंसिबल हों। लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ‘बार्ड’ झूठी जानकारी साझा नहीं करेगा। बार्ड शुरू में LaMDA के लो वर्जन पर काम करेगा, जिसमें कम शक्ति की आवश्यकता होगी ताकि एक साथ अधिक लोग इसका उपयोग कर सकें।

    चैटजीपीटी का खतरा

    पिछले साल के अंत में OpenAI ने Microsoft की मदद से एक चैटबॉट, ChatGPT लॉन्च किया। इस तकनीक को Google के सर्च इंजन के लिए एक बड़ा खतरा माना जा रहा है, क्योंकि ChatGPT चैटबॉट सबसे कठिन प्रश्नों का भी एक पल में जवाब दे रहा है। Google पिछले कई वर्षों से सर्च इंजन की दुनिया पर राज कर रहा है, लेकिन Google ने महसूस किया है कि ChatGPT जल्द ही उसकी जगह ले सकता है। लिहाजा अब कंपनी ने इस दिशा में कदम उठाना शुरू कर दिया है।

    दुनिया भर में चैटजीपीटी की बात

    ChatGPT अपने लॉन्च के बाद से ही दुनिया भर में चर्चा के केंद्र में रहा है। ChatGPT सेकंड में आपके लिए कोडिंग, गाने, कविताएं और यहां तक कि कहानियां भी लिख सकता है। तो कहा जा रहा है कि यह चैटबॉट तकनीक के युग में एक नई क्रांति लाने वाला है। इसीलिए पूरी दुनिया में ChatGPT की काफी चर्चा हुई है।