उल्हासनगर. स्थानीय महानगरपालिका का उल्हासनगर कैम्प क्रमांक-5 (Ulhasnagar Camp-5) परिसर स्थित अवैध डंपिंग ग्राउंड (Illegal Dumping Ground) पिछले कुछ वर्षों से उल्हासनगर महानगरपालिका (Ulhasnagar Municipal Corporation) प्रशासन के लिए सिरदर्द और इस डंपिंग ग्राउंड (Dumping Ground) के आसपास रहने वाले हजारों नागरिकों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। अब दो दिन की बरसात (Rain) से एक बार फिर से डंपिंग ग्राउंड चर्चा में है। डंपिंग ग्राउंड से निकलने वाला बदबूदार पानी लोगों के घरों के सामने से बह रहा है और कचरे के भीगने से संपूर्ण परिसर में दुर्गंध फैली है।
इसके विरोध में परिसर के कुछ लोगों ने विरोध किया और कई घंटे तक कचरे की गाड़ियों को अंदर खाली नहीं करने दिया। जिससे कचरे की गाड़ियों की लाइन लग गई थी। गौरतलब है कि डंपिंग ग्राउंड का कचरा बारिश का मौसम शुरू होते ही गीले कचरे की दुर्गंध और मरे जानवरों की बदबू से भी स्थानीय रहिवासियो में रोष व्याप्त है।
स्थानीय नागरिकों ने कचरा गाड़ियों को रोका
डंपिंग ग्राउंड की क्षमता खत्म होने की वजह से वहां का कचरा डंपिंग ग्राउंड की तरफ जाने वाली रिहायशी इलाके की सड़कों और रोड पर डाला जा रहा है, कचरे से निकला गंदा दुषित पानी लोगों के घरों व दुकानों में घुसने के कारण स्थानीय नागरिकों ने शनिवार को आंदोलन कर अपनी नाराजगी दर्शायी। भयंकर बदबु और बीमारी से त्रस्त स्थानीय नागरिकों ने डंपिंग ग्राउंड को जानेवाले कचरा गाड़ियों को रोका और डंपिंग ग्राउंड हटाने की अपनी मांग दोहराई। अवकाश होने के कारण मनपा प्रशासन की ओर से प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी।