नई दिल्ली/बेगूसराय. बिहार (Bihar) के बेगूसराय (Begusarai) से आ रही एक रोचक खबर के अनुसार, यहां एक बार फिर अपहरण कर शादी (पकड़ौआ विवाह) करने का एक मामला उभर कर आया है। फिलहाल यह साफ़ नहीं है कि उक्त युवक की पकड़ कर शादी की गई है या युवक ने अपनी मर्जी से शादी की है। हालांकि इस बाबत युवक के पिता ने यहां के स्थानीय तेघड़ा थाना क्षेत्र में आवेदन देकर इस पर शिकायत दर्ज कराई है। बीते मंगलवार को ही इस मामले का पता चला है।
Bihar | A veterinarian was abducted and forcibly married in Begusarai
“He was called around 12pm to check on a sick animal, after which 3 people kidnapped him. Everyone in the house was worried after which we went to the police.” said a relative of the victim (14.06) pic.twitter.com/OYA1lQWoBi
— ANI (@ANI) June 15, 2022
अपनी शिकायत पर युवक के पिता सुबोध कुमार झा ने कहा कि, उनके पुत्र का अपहरण कर उसकी शादी कराई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि, बीते सोमवार की दोपहर उनका ग्रामीण चिकित्सक बेटा सत्यम कुमार जानवर का इलाज करने के लिए निकला था। लेकिन वह इसके बाद से ही वापस नहीं आया है। परिजनों का आरोप है कि हसनपुर गांव के विजय सिंह ने सत्यम का पहले अपहरण कराया और उसकी जबरन शादी भी करा दी।
वायरल हुआ शादी का वीडियो
इस बीच घटना पर एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें सत्यम की एक लड़की से शादी भी कराई जा रही है। फिलहाल बेगूसराय पुलिस युवक की बरामदगी के लिए सघन छापेमारी कर रही है। अब सत्यम की बरामदगी के बाद ही यह पूरा मुद्दा साफ़ होगा कि, आखिर पूरा मामला क्या है। इस मामले में बेगूसराय SP योगेंद्र कुमार ने बताया कि, लड़के के पिता ने एक लिखित शिकायत की है। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच कर रही है और लड़के की तलाशी भी कर रही है।
Father of Veterinarian Satyam Jha has lodged an FIR of abduction of his son for the purpose of wedding.
This “Pakadwa Shadi” Forceful marriage through abduction used to be a norm during Jangal Raj of Lalu.
Nitish ji must act vigilantly and act fast.
— Shashank Shekhar Jha (@shashank_ssj) June 14, 2022
Courtsey: Shashank Shekhar Jha
70-80 के दशक में आम था पकड़ौआ विवाह
गौरतलब है कि, बिहार के कई जिलों में बंदूक की नोक पर शादी का अपना अनोखा ही इतिहास रहा है। बीते 70-80 के दशक में ऐसा होना आम बात थी। वहीं बेगूसराय भी इससे कतई अलग न था। वहीं 80 के दशक में ये इतना ज्यादा हावी हुआ कि कुंवारे लड़कों का तब अपने घरों से निकला भी मुश्किल हो चूका था। वहीं पकड़ौआ शादी बेगूसराय में 2000 तक होने की भी रिपोर्ट है। लेकिन शायद अब यह एक बार फिर सर उठा रहा है।