तेहरान: ईरान (Iran) की संसद ने मंगलवार को एक विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें उसके परमाणु संयंत्रों (Nuclear Plants) के संयुक्त राष्ट्र 9United Nations) द्वारा निरीक्षण पर रोक का प्रावधान है। इसमें यह भी कहा गया है कि 2015 के परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले यूरोपीय देश यदि तेल संबंधी पाबंदियों से राहत नहीं देते तो सरकार यूरेनियनम संवर्धन बढ़ाएगी।
विधेयक पर चर्चा के लिए मतदान को पिछले महीने एक प्रसिद्ध ईरानी परमाणु विज्ञानी की हत्या के बाद चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। इस विधेयक को कानून बनने से पहले अभी कई अन्य स्तरों से गुजरना होगा। सरकारी आईआरएनए समाचार एजेंसी ने कहा कि 290 सदस्यीय सदन में 251 सदस्यों ने विधेयक के पक्ष में मतदान किया जिसके बाद कई ने ‘अमेरिका मुर्दाबाद’ और ‘इजराइल मुर्दाबाद’ के नारे लगाने शुरू कर दिये।
विधेयक में यूरोपीय देशों को ईरान के प्रमुख गैस और तेल क्षेत्र पर पाबंदियों में ढील के लिए तीन महीने का समय देने का प्रावधान है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एकपक्षीय तरीके से परमाणु समझौते से समर्थन वापस ले लिया था और ईरान पर पाबंदियां लगा दीं। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया था।