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Pic: UNGA

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नई दिल्ली: जहां एक तरफ इजराइल और हमास के बीच जारी खुनी जंग का आज 22वां दिन शुरू है। वहीं यूनाइटेड नेशंस (UNGA) की जनरल एसेंबली में शनिवार सुबह 2 बजे (भारतीय समयानुसार) इजराइल-हमास जंग रोकने का प्रस्ताव पास हो गया है। इस प्रस्ताव के पक्ष में 120 वोट पड़े वहीं विपक्ष में 14 देशों ने वोटिंग की। जबकि भारत सहित 45 देशों ने इस बाबत अपना वोट नहीं किया।

दरअसल इस प्रस्ताव में गाजा में जंग को रोकने, मानवीय सहायता पहुंचाने और नागरिकों की सुरक्षा को बरकरार रखने का आह्वान किया गया है। वहीं दिलचस्प बात तो ये हैं कि इजराइल का समर्थन करने वाले देशों ने भी इस वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।

अमेरिका ने इस प्रस्ताव के खिलाफ किया वोट 
वहीं इजराइल के साथ ही अमेरिका और कुछ अन्य देशों ने ने इस प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया। इस मुद्दे पर न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र की बैठक में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा, हम हमास को इस तरह के अत्याचार करने की इजाजत देकर चुपचाप नहीं बैठेंगे। इजराइल को अपनी रक्षा करने का संपूर्ण अधिकार है, और इस अधिकार का एहसास ही अब यह सुनिश्चित करना है कि इस तरह के अत्याचार फिर कभी नहीं दोहराए जाएं और यह तो अब तभी सुनिश्चित होगा जब हमास का पूरी तरह से खात्मा हो जाए और वे परे डीएम से नेस्तेनाबुत हो जाएँ।

इन 14 देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ किया वोट
अमेरिका,इजराइल,ऑस्ट्रिया,क्रोएशिया,चेकगणराज्य,फिजी,ग्वाटेमाला,हंगरी,मार्शलद्वीप,माइक्रोनेशिया,नाउरू,पापुआ न्यू गिनी,पैराग्वे और टोंगा जैसे देशों ने इस प्रस्ताव के खिलाफ अपना वोट किया।

UNGA में भारत ने नहीं कि वोटिंग 
वहीं भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इजराइल-हमास युद्ध पर अपनी चिंता जताई। इसके साथ ही भारत ने दोनों पक्षों से तनाव कम करने और हिंसा से दूर रहने का आग्रह किया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की उपस्थायी प्रतिनिधि योजना पटेल ने इस महासभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत इस युद्ध से काफी चिंतित है। वहां हमास-इजराइल के बीच जारी इस संघर्ष में हजारों नागरिकों की जान जा रही है। इस क्षेत्र में शत्रुता बढ़ने से मानवीय संकट और बढ़ेगा। हम सभी पक्षों से तनाव कम करने का आग्रह करते हैं।

क्या हैं गाजा के हाल 

जानकारी दें कि हमास हमले के बाद से ही गाजा में भयंकर तबाही मची हुई है। इस जंग में अब तक अकेले गाजा में 7000 से अधिक लोग मारे गए हैं जबकि 19 हजार से ज्यादा घायल हुए हैं। मरने वालों में 3000 से अधिक मासूम बच्चे शामिल हैं। वहीं, हमास के हमले में इजराइल में करीब 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है जबकि हजारों की संख्या में लोग यहां भी घायल हैं। बीते 7 अक्टूबर को हुई यह जंह कब खत्म होगी, इसके आसार निकट भविष्य में कम ही दिख रहे हैं।