बर्लिन: संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की परमाणु (Nuclear) निगरानीकर्ता एजेंसी के प्रमुख ने सोमवार को बोर्ड के सदस्यों को बताया कि उन्हें उम्मीद है कि निरीक्षकों को दो विवादित स्थलों में जाने की इजाजत देने का ईरान (Iran) का फैसला उसे लेकर ज्यादा भरोसा जगाने वाला होगा।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रोस्सी ने अगस्त के अंत में ईरान के साथ समझौता किया था कि वह निरीक्षकों को उन दो स्थलों की जांच करने की इजाजत देगा जहां उसके द्वारा भंडार कर रखी गई अघोषित परमाणु सामग्री के इस्तेमाल की आशंका है और जहां उसने संभवत: परमाणु संबंधी गतिविधियों को अंजाम दिया। ग्रोस्सी द्वारा व्यक्तिगत रूप से तेहरान जाकर ईरानी नेताओं से मुलाकात के बाद यह समझौता हो पाया। इस समझौते से महीनों से लंबित दो स्थलों की जांच को लेकर चला आ रहा गतिरोध भी खत्म हुआ है।
ईरान विश्व शक्तियों के साथ 2015 में हुए समझौते के दौरान बनी सहमति के तहत आईएईए निरीक्षकों को मौजूदा स्थलों में जाने की इजाजत दे रहा था लेकिन दो स्थलों पर यह कहकर जाने की इजाजत नहीं दे रहा था कि वह समझौते की तारीख से पहले के स्थल हैं और ऐसे में वहां निरीक्षण की इजाजत देने का कोई औचित्य नहीं है।