नई दिल्ली: आखिरकार करीब एक साल बाद बीते बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग (Xi Jinping) की पहली बार आमने-सामने की मुलाकात हुई है। इन दोनों बड़े नेताओं की मुलाकात एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान सैन फ्रांसिस्को के फिलोली एस्टेट में हुई।
#WATCH | San Francisco: US President Joe Biden hosts a Bilateral Meeting with President Xi Jinping of China.
(Source: Reuters) pic.twitter.com/4YgTQ6KVqX
— ANI (@ANI) November 15, 2023
गौरतलब है कि इन दोनों विश्व नेताओं की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जबकि, अमेरिका और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध इस समय सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। वहीं विश्व में आर्थिक मंदी छाई हुई है, पश्चिम एशिया और यूरोप में युद्ध छिड़े हैं और ताइवान को लेकर जबरदस्त तनाव की स्थिति है।
#WATCH | San Francisco: US President Joe Biden participates in a greet with President of China Xi Jinping.
(Source: The White House) pic.twitter.com/3fGPV8FagU
— ANI (@ANI) November 15, 2023
जानकारी दें की अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में 11 से 17 नवंबर के बीच APEC शिखर सम्मेलन हो रहा है। इस बार इस सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका कर रहा है। सम्मेलन के बीच बीते 15 नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मुलाकात हुई है। बीते साल इंडोनेशिया के बाली में G20 शिखर सम्मेलन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और शी जिनपिंग के बीच APEC शिखर सम्मेलन में 15 नवंबर को सैन फ्रांसिस्को में मुलाकात हुई है।
#WATCH | US President Joe Biden says, ” Today, President Xi and I also exchanged views on a range of regional and global issues, including Russia’s refusal to stop the war and brutal war of aggression against Ukraine and conflict in Gaza. As I always do, I raised areas where the… pic.twitter.com/i8Np5yp8zM
— ANI (@ANI) November 16, 2023
इस मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि, “आज, राष्ट्रपति शी और मैंने कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसमें रूस द्वारा युद्ध रोकने से इंकार करना और यूक्रेन के खिलाफ आक्रामकता का क्रूर युद्ध और गाजा में संघर्ष शामिल है। जैसा कि मैं हमेशा ही करता रहा हूं, मैं उन क्षेत्रों को उठाया जहां संयुक्त राज्य अमेरिका को PRC की कार्रवाइयों के बारे में चिंता है, जिसमें हिरासत में लिए गए और बाहर निकलने, प्रतिबंधित अमेरिकी नागरिकों, मानवाधिकारों और दक्षिण चीन सागर में जबरदस्ती की गतिविधियां शामिल हैं। हमने उन तीनों चीजों पर चर्चा की। मैंने उन्हें उन व्यक्तियों के नाम दिए जो कि मुझे लगता है कि उन्हें हिरासत में लिया गया है और उम्मीद है कि हम उन्हें रिहा भी करा सकेंगे।हालांकि इस पर कोई भी सहमति नहीं है।”
वहीं अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुलाकात के दौरान शी ने बाइडन से कहा कि, अमेरिका और चीन को मतभेदों से ऊपर उठने में पूरी तरह सक्षम होना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि चीन और अमेरिका जैसे बड़े देशों के लिए एक-दूसरे से मुंह मोड़ना जैसा कोई विकल्प इन दोनों देशों के इए मौजूद नहीं है।